नई दिल्ली। क्रेडिट रेटिंग एजेंसी ICRA ने कहा है कि भारत में टेलिकॉम कंपनियां मोबाइल टावर कारोबार में हिस्सेदारी बेच कर 90,000 करोड़ रुपए तक का कर्ज चुका सकती हैं। ICRA का कहना है कि इन प्रस्तावित सौदों पर फिलहाल विचार चल रहा है और उसका अनुमान है कि टेलिकॉम टावर उद्योग में अल्पकालिक उल्लेखनीय बदलाव हो सकते हैं।
इसका यह भी अनुमान है कि ग्राहकों की डेटा जरूरतों को पूरा करने के लिए टेलिकॉम कंपनियां अपने नेटवर्क का विस्तार करेंगी जिससे इस उद्योग की वृद्धि को बल मिलेगा। ICRA ने अपनी एक रिपोर्ट में कहा है कि हमारे अनुमान के अनुसार अगर टावर परिसंपत्तियों में हिस्सेदारी बिक्री के विचाराधीन सौदे सिरे चढ़ जाते हैं तो टेलिकॉम उद्योग अपना 80,000-90,000 करोड़ रुपए का कर्ज उतार सकेगा।
इसके अनुसार चार लाख टावरों व आठ लाख किरायेदारों के साथ भारत का टेलिकॉम टावर उद्योग दुनिया में काफी बड़ा हिस्सा रखता है।