नई दिल्ली। CLSA लिमिटेड लगभग दो दशक बाद पाकिस्तान में दोबारा लौट रही है। चीन के सबसे बड़ी ब्रोक्रेज कंपनी के नियंत्रण वाली सीएलएसए पाकिस्तान बाजार में अपना विस्तार चीन सरकार के बेल्ट एंड रोड पहल के हिस्से के रूप में कर रही है।
हांगकांग मुख्यालय वाली सीएलएसए पाकिस्तान के बैंक अल्फालाह की सिक्यूरिटीज यूनिट में 24.9 प्रतिशत हिस्सेदारी खरीदने के लिए राजी हो गई है। अल्फालाह बैंक विश्व बैंक के इंटरनेशनल फाइनेंस कॉर्प द्वारा समर्थित है। इस नए संयुक्त उपक्रम के प्रमुख अलीउद्दीन अंसारी होंगे, जो पाकिस्तान के सबसे बड़े कारोबारी समूह के सीईओ थे और इससे पहले वह सीएलएसए की स्थानीय यूनिट के सीईओ भी रह चुके हैं।
अंसारी और अल्फालाह सिक्यूरिटीज के मौजूदा सीईओ अतीफ खान संयुक्तरूप से 12.6 प्रतिशत हिस्सेदारी का अधिग्रहण करेंगे, यह सौदा नंवबर तक पूरा होने की उम्मीद है। सीएलएसए के सीईओ जोनाथन स्लोन ने कहा कि बाजार में प्रवेश की लागत उचित है और यह हमारे अधीन है, औपचारिक उपस्थिति स्थापित करने का यह एक अच्छा समय है। उन्होंने कहा कि हमारी रणनीति है कि सभी प्रमुख एशियाई बाजारों में हम अपनी उपस्थिति बनाएं, विशेषकर बेल्ट एंड रोड पहल वाले बाजारों में।
स्लोन ने कहा कि 2001 में काफी अस्थिरता के कारण सीएलएसए पाकिस्तान से बाहर निकल गई थी। उन्होंने अनुमान जताया कि एमएससीआई अपग्रेड से पाकिस्तान में निवेश को बढ़ावा मिलेगा, हालांकि बाजार वर्तमान में छोटा है और शॉर्ट टर्म आउटलुक अभी भी चुनौतीपूर्ण बना हुआ है।
आर्थिक और राजनीतिक अस्थिरता के बीच एमएससीआई के इस कदम के बाद पाकिस्तान का बेंचमार्क केएसई100 इंडेक्स लगभग 14 प्रतिशत टूट चुका है। सीएलएसए के पाकिस्तान वेंचर का नाम अल्फालाह सीएलएसए सिक्यूरिटीज लिमिटेड होगा और यह इक्विटी ब्रोकिंग, रिसर्च और इनवेस्टमेंट बैंकिंग सर्विस मुहैया कराएगी।