नयी दिल्ली। केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने शुक्रवार को राज्यों से तिलहन और दलहन के आयात पर निर्भरता में कमी लाने तथा इस मामले में आत्मनिर्भर बनने के लिये इनका उत्पादन बढ़ाने पर ध्यान देने को कहा। मंत्री ने खरीफ अभियान-2021 के लिये कृषि पर राष्ट्रीय सम्मेलन को संबोधित करते हुए यह बात कही। तोमर ने एक बयान में कहा कि दलहन और तिलहन के आयात पर निर्भरता कम करने तथा आत्मनिर्भर भारत के सपने को साकार करने के लिये इन खाद्य पदार्थों के उच्च उत्पादन देश के लिये जरूरी हो गया है। उन्होंने तिलहन और दलहन की कमी पर चिंता जतायी और राज्य सरकारों से इस स्थिति से पाने के लिये ‘मिशन मोड’ में काम करने को कहा।
पढ़ें- हिंदी समझती है ये वॉशिंग मशीन! आपकी आवाज पर खुद धो देगी कपड़े
पढ़ें- किसान सम्मान निधि मिलनी हो जाएगी बंद! सरकार ने लिस्ट से इन लोगों को किया बाहर
सम्मेलन वीडियो कांफ्रेन्स के जरिये हुआ। इसका आयोजन खरीफ मौसम में प्रभावी फसल प्रबंधन के लिये चुनौतियों और रणनीतियों पर राज्यों के साथ बातचीत के लिये किया गया था। इस दौरान खरीफ मसलों के प्रबंधन की तैयारियों की समीक्षा पर चर्चा की गयी। साथ ही बीज, कीटनाशक, उर्वरक, मशीनरी की उपलब्धता और प्रखंड स्तर पर उसे पहुंचाने के बारे में चर्चा हुई।
पढ़ें- LPG ग्राहकों को मिल सकते हैं 50 लाख रुपये, जानें कैसे उठा सकते हैं लाभ
पढ़ें- खुशखबरी! हर साल खाते में आएंगे 1 लाख रुपये, मालामाल कर देगी ये स्कीम
बैठक के दौरान तोमर ने खाद्यान्न का रिकार्ड उत्पादन (30.334 करोड़ टन) को लेकर किसानों के प्रयासों की सराहना की। उत्पादन पिछले साल के 29.78 करोड़ टन के मुकबले 1.96 प्रतिशत अधिक है। इस दौरान दलहन और तिलहन का उत्पादन क्रमश: 2.442 कररोड़ टन और 3.73 करोड़ टन रहा। उन्होंने 2021-22 के लिये खाद्यान्न उत्पादन का लक्ष्य बढ़ाकर 30.7 करोड़ टन रखे जाने की भी घोषणा की। दूसरे अग्रिम अनुमान के अनुसार 2020-21 में खाद्यान्न उत्पादन 30.334 करोड़ टन रहने का अनुमान है।