नई दिल्ली। कोरोना वायरस संक्रमण की दूसरी लहर के खिलाफ भारत की जंग में कई बड़ी कंपनियों ने मदद की पेशकश की है। वेदांता ने गुरुवार को कहा कि उसके चेयरमैन अनिल अग्रवाल ने कोविड-19 की दूसरी लहर के खिलाफ जारी भारत की लड़ाई में मदद देने के लिए 150 करोड़ रुपये रखे हैं। कंपनी ने एक बयान में कहा कि यह राशि वेदांता समूह द्वारा 2020 में खर्च की गई 201 करोड़ रुपये की राशि से अलग है।
वेदांता ने कहा कि अनिल अग्रवाल ने देश में तेजी से बढ़ रही कोरोना की दूसरी लहर के खिलाफ जारी लड़ाई से निपटने के लिए 150 करोड़ रुपये की राशि रखी है। कंपनी ने कहा है कि इस चुनौतीपूर्ण समय में केंद्र और राज्यों को समर्थन देने के लिए वह 10 शहरों में सघन निगरानी वाले अतिरिक्त 1,000 बिस्तरों की सुविधा तैयार करेगी। ये बिस्तर आधुनिक सुविधाओं वाले खुले अस्पतालों को उपलब्ध कराई जाएगी। इस तरह के अस्पताल प्रतिष्ठित और जाने माने अस्पतालों के साथ जुड़े होंगे। इस तरह की प्रत्येक सुविधा में 100 वातानुकूलित बिस्तर होंगे, जहां बिजली की पूरी सुविधा होगी और इन्हें कोविड- देखभाल सुविधा के तौर पर विशेष रूप से बनाया जाएगा।
गहन देखभाल सुविधा वाले अतिरिक्त बिस्तरों की यह सुविधा राजस्थान, ओडिशा, झारखंड, गोवा और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली में तैयार की जाएगी। इस तरह की पहली सुविधा दो सप्ताह के भीतर खड़ी कर दी जाएगी और शेष चिकित्सा सुविधाओं को एक माह के भीतर तैयार किया जाएगा। वेदांता इस तरह की सुविधा को कम से कम छह माह तक समर्थन देना जारी रखेगा।
कोकाकोला ने 50 करोड़ रुपये की प्रतिबद्धता जताई
पेय पदार्थ बनाने वाली कोका कोला इंडिया ने गुरुवार को कोविड-19 टीकाकरण को ओर सुगम बनाने, सुरक्षा किट समेत अन्य सामान के लिए 50 करोड़ रुपये की सहायता देने की प्रतिबद्धता जताई। कंपनी ने एक बयान में कहा कि देश में कोरोना वायरस संक्रमण की रोकथाम के लिए देश भर में जारी अभियान के बीच कोका-कोला ने 50 करोड़ रुपये की प्रतिबद्धता जताई है। बयान के अनुसार शुरूआती 50 करोड़ रुपये का योगदान कोविड टीकाकरण को और सुगम बनाने, सुरक्षा किट (पीपीई, मास्क, सैनिटाइजर आदि) उपलब्ध कराने, जागरूकता पैदा करने आदि के लिए दिया जाएगा।
जेएसडब्ल्यू स्टील शुक्रवार से प्रतिदिन 1,000 टन ऑक्सीजन की आपूर्ति करेगी
इस्पात कंपनी जेएसडब्ल्यू स्टील ने कहा है कि वह शुक्रवार से मरीजों के इलाज के लिए राज्य सरकारों और अस्पतालों को 1,000 टन तरल ऑक्सीजन की आपूर्ति शुरू कर देगी। कंपनी ने गुरुवार को एक बयान में कहा कि देश के अस्पतालों में में ऑक्सीजन की बढ़ती मांग को देखते हुए उसने तरल चिकित्सा ऑक्सीजन (एलएमओ) का उत्पादन बढ़ाया है और 30 अप्रैल से 1,000 टन की आपूर्ति शुरू करेगी। जेएसडब्ल्यू के विभिन्न इस्पात संयंत्रों से अप्रैल माह के दौरान 20,000 टन से अधिक एलएमओ की आपूर्ति का अनुमान है। कंपनी कोविड-19 संक्रमित मरीजों के इलाज के लिए राज्य सरकारों और अस्पतालों को कर्नाटक, महाराष्ट्र और तमिलनाडु स्थित अपने तीन विनिर्माण संयंत्रों से एलएमओ आपूर्ति कर रही है।
अस्पतालों की क्षमता बढ़ा रही है एनटीपीसी
बिजली उत्पादक कंपनी एनटीपीसी देश में कोविड-19 के बढ़ते संक्रमण के बीच अपने अस्पतालों की मौजूदा क्षमता बढ़ाने के साथ कई कदम उठाए हैं। एनटीपीसी ने एक बयान में कहा कि कंपनी अपने उन सभी सातों अस्पतालों की क्षमता बढ़ा रही है जिसका उपयोग कोविड-19 संक्रमित मरीजों के इलाज के लिए किया जा रहा है। उसने अपनी कवच सुविधा के लिए अपोलो अस्पताल के साथ भी करार किया है, जिससे कोविड संक्रमित रोगियों को काफी राहत मिली है, क्योंकि अब वे घर पर पृथक रहते हुए बेहतर इलाज प्राप्त कर पा रहे हैं। बयान के अनुसार एनटीपीसी की चिकित्सा इकाई देशभर में अत्याधुनिक अस्पतालों के साथ लगातार संपर्क में है और वर्तमान संकट के बीच गंभीर रोगियों के अस्पताल में दाखिले और उनकी बेहतर देखभाल के लिए अपनी ओर से पूरी कोशिश कर रही है। एनटीपीसी बिजलीघर और परियोजना स्थल महत्वपूर्ण मामलों में प्राथमिकता के आधार पर गंभीर रोगियों को हवाई मार्ग के जरिये कर्मचारियों की सहायता कर रहे हैं।
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