नई दिल्ली। सब्सिडी बिल का बोझ कम करने और गरीबों तक ज्यादा से ज्यादा सब्सिडी का लाभ पहुंचाने के उद्देश्य से सरकार सक्षम और अमीर लोगों के लिए LPG सिलेंडर पर मिलने वाली सब्सिडी को बंद करेगी। इस बात के संकेत पेट्रोलियम राज्य मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने दिए। दिल्ली आर्थिक सम्मेलन में बोलते हुए प्रधान ने कहा कि करीब 15 करोड़ एलपीजी उपभोक्ताओं में से केवल 42.5 लाख लोगों ने स्वेच्छा से एलपीजी सब्सिडी का त्याग किया है।
पेट्रोलिमय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि यह फैसला करने का समय आ गया है कि एक निश्चित स्तर पर आय वाले लोगों को सब्सिडी न दी जाए। सब्सिडी बेहतर ढंग से लक्षित होनी चाहिए, जिससे यह उन लोगों तक पहुंचे जिन्हे इसकी ज्यादा जरूरत है। उन्होंने कहा कि अभी तक 42.5 लाख घरेलू एलपीजी उपभोक्ताओं ने स्वेच्छा से सब्सिडी का त्याग किया है और इस बची हुई सब्सिडी का उपयोग बीपीएल परिवारों को एलपीजी कनेक्शन उपलब्ध कराने में किया जा रहा है। उन्होंने आगे बताया कि अभी तक इस योजना के तहत ऐसे 25 लाख बीपीएल परिवारों को एलपीजी कनेक्शन उपलब्ध कराया जा चुका है।
सब्सिडी खत्म करने का आ गया है समय
सम्मेलन में उपस्थित वित्त मंत्री अरुण जेटली ने जब पूछा कि क्या निश्चित स्तर के आय वाले लोगों को सब्सिडी बंद करने का समय आ गया है, तो इस पर धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि हां, यह निर्णय करने का समय आ गया है कि एक निश्चित स्तर आय वाले लोगों को एलपीजी सब्सिडी न दी जाए। 14.2 किलोग्राम वाले सब्सिडाइज्ड एलपीजी सिलेंडर की कीमत दिल्ली में 417.82 रुपए है, जबकि गैर सब्सिडी वाले सिलेंडर की कीमत 545 रुपए है। एक कनेक्शन पर एक साल में केवल 12 सब्सिडाइज्ड सिलेंडर का कोटा सरकार ने तय कर रखा है। इस कोटे के बाद बाजार मूल्य पर सिलेंडर खरीदना होगा।
केरोसिन सब्सिडी को भी किया जाएगा दुरुस्त
प्रधान ने कहा कि सरकार इस बात पर भी विचार कर रही है कि कैसे केरोसिन पर मिलने वाली सब्सिडी को दुरुस्त किया जाए। इसके लिए राज्यों को चर्चा के लिए बुलाया गया है। जल्द ही केरोसिन के लिए भी डायरेक्ट बेनेफिट ट्रांसफर स्कीम लाई जाएगी। इससे सरकार को 4,000-5,000 करोड़ रुपए की सब्सिडी बचत होगी।