नई दिल्ली। चीन की लोकप्रिय शॉर्ट वीडियो एप टिकटॉक ने घोषणा की है कि अब वह अपने यूजर्स को उनके वीडियो को प्लेटफॉर्म से हटाने का कारण भी बताएगी। प्रभावित यूजर्स के पास हटाए गए कंटेंट के लिए अपील करने का विकल्प भी होगा। टिकटॉक द्वारा जारी बयान में कहा गया है कि हम वीडियो बनाने वाले को बताएंगे कि किस नीति का उल्लंघन किया गया था, जिससे वीडियो को हटाया गया और साथ ही वीडियो निर्माता को अपील करने की क्षमता दी जाएगी।
भारत में बैन हो चुकी और अमेरिका में अस्थिरता का सामना कर रही है कंपनी ने कहा कि वे पिछले कुछ महीनों से इससे जुड़े एक नए नोटिफिकेशन अधिसूचना प्रणाली के साथ प्रयोग कर रहे हैं, ताकि क्रिएटर्स कंटेंट हटाने को लेकर अधिक स्पष्टता हो सके। चीन की कंपनी बाइटडांस के अंतर्गत आने वाली टिकटॉक ने कहा कि हमारे लक्ष्य हमारे मंच पर कंटेंट के बारे में गलतफहमी को कम करने के लिए हमारे कम्यूनिटी गाइडलाइंस के आसपास पारदर्शिता और शिक्षा को बढ़ाने के लिए हैं और परिणाम आशाजनक हैं।
टिकटॉक ने कहा कि उसने वीडियो हटाने के संबंध में यूजर्स से अनुरोधों में 14 प्रतिशत की कमी देखी है। गौरतलब है कि सितंबर में ओरेकल और वॉलमार्ट ने टिकटॉक को अमेरिकी प्रतिबंध से बचाने के लिए एक साथ आकर एक नई कंपनी बनाई, जिसका नाम है टिकटॉक ग्लोबल। इसका मुख्यालय अमेरिका में होगा। कंपनी को उम्मीद है कि वह जल्द ही अमेरिका और भारत में वापसी करेगी।
पाकिस्तान ने टिकटॉक से प्रतिबंध हटाया
पाकिस्तान के टेलीकॉम निगरानीकर्ता ने वीडियो साझा करने वाले चीनी ऐप टिकटॉक पर से प्रतिबंध हटा लिया। इसका संचालन करने वाली कंपनी की तरफ से अनैतिक सामग्री को नियंत्रित करने का आश्वासन दिए जाने के बाद यह कदम उठाया गया है। पाकिस्तान दूरसंचार प्राधिकरण (पीटीए) ने अनैतिक सामग्री की कई शिकायतें प्राप्त होने के बाद नौ अक्टूबर को टिकटॉक पर प्रतिबंध लगा दिया था। पीटीए ने ट्वीट करके कहा कि प्रबंधन (टिकटॉक) की ओर से यह आश्वासन मिलने के बाद कि अश्लीलता और अनैतिकता फैलाने वाले सभी अकाउंट को वह ब्लॉक करेंगे, इस पर से प्रतिबंध हटाने का निर्णय लिया गया।
टिकटॉक स्थानीय कानूनों के अनुसार, अकाउंट में सुधार करेगा। इससे पहले, पीटीए ने आरोप लगाया था कि कई बार आपत्ति जताए जाने के बावजूद वीडियो ऐप संचालन कंपनी अश्लील एवं अनैतिक सामग्री को रोकने में नाकाम रही। शनिवार को टिकटॉक के स्वामित्व वाली कंपनी ने यहां अपनी सेवाओं में सुधार के लिए और संसाधन लगाने का वादा किया।