न्यूयॉर्क। चीन की शॉर्ट वीडियो एप TikTok ने अपने अमेरिकी कारोबार के सामने खड़ी मुश्किल का हल निकाल लिया है। टिकटॉक का स्वामित्व रखने वाली मूल कंपनी ByteDance ने TikTok के लिए Oracle के साथ पार्टनरशिप करने का फैसला किया है। TikTok ने Microsoft की बोली को खारिज कर दिया है। TikTok के खिलाफ अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एग्जिक्यूटिव ऑर्डर जारी कर उसे अपना अमेरिकी कारोबार समेटने या किसी अमेरिकी कंपनी को बेचने के लिए 15 सितंबर तक का वक्त दिया था। टिकटॉक ने ओरेकल के साथ पार्टनरशिप कर इस मुश्किल से पार पा लिया है। TikTok ने अपना बिजनेस बेचा नहीं है।
द न्यूयॉर्क टाइम्स के मुताबिक, अभी तक यह साफ नहीं है कि टेक्नोलॉजी पार्टनरशिप के तहत ओरेेेेकल TikTok में बड़ी हिस्सेदारी लेगी या नहीं। पहले माना जा रहा था कि यह डील माइक्रोसॉफ्ट करेगी क्योंकि यह अमेरिका की सबसे मोटी कमाई वाली टेक्नोलॉजी कंपनियों में से एक है। माइक्रोसॉफ्ट ने एक बयान में कहा कि ByteDance ने हमें बताया कि वह TikTok का अमेरिकी बिजनेस हमें नहीं बेच रही है। हमारा मानना है कि हमारा प्रपोजल देश की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए TikTok के अमेरिकी यूजर्स के लिए अच्छा था। हालांकि इस मामले में ByteDance ने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया। ओरेकल की प्रवक्ता ने भी इस मामले में फिलहाल कुछ कहने से इनकार कर दिया।
TikTok को डील करने के लिए ट्रंप ने जो 45 दिनों का वक्त दिया था वह 20 सितंबर को खत्म हो रहा था। फिलहाल कंपनी के अमेरिकी बिजनेस से खतरा टल गया है। कंपनी के कारोबार बेचने में पिछले महीने चीन की सरकार ने एक नया अड़ंगा लगा दिया था। चीन ने एक नया बिल पास करके यह नियम बना दिया था कि कंपनी एप बेच सकती है लेकिन एल्गोरिदम नहीं बेच सकती। जबकि TikTok की लोकप्रियता बढ़ाने में उसके एल्गोरिदम का ही योगदान है। हालांकि अब इस पार्टनरशिप से सारी मुश्किलें दूर हो गई हैं।
पिछले महीने ट्रंप ने कहा था कि वह ओरेकल की TikTok खरीदने में मदद करेंगे। उन्होंने कहा कि यह ग्रेट कंपनी है और एंटरप्राइज सॉफ्टवेयर में इसके पास विशेषज्ञता है। लिहाजा यह बेहतर ढंग से TikTok चला सकती है। TikTok के अमेरिकी बिजनेस पर खतरा बढ़ने के बाद कंपनी के CEO केविन मेयर ने सिर्फ 100 दिनों के बाद ही अपना पद छोड़ दिया था।
द वॉल स्ट्रीट जर्नल की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि ओरेकल को टिकटॉक का प्रौद्योगिकी भागीदार घोषित किया जाएगा। इस सौदे को पूरी तरह सीधी बिक्री नहीं कहा जा सकता। इससे पहले वॉलमार्ट ने इस अधिग्रहण में माइक्रोसॉफ्ट के साथ भागीदारी की इच्छा जताई थी। वॉलमार्ट ने रविवार को कहा कि उसकी टिकटॉक में निवेश करने में रुचि है और वह इस बारे में बाइटडांस और अन्य पक्षों से बातचीत कर रही है। पूर्व में ट्रंप प्रशासन ने टिकटॉक पर 20 सितंबर तक प्रतिबंध लगाने की चेतावनी देते हुए बाइटडांस को निर्देश दिया था कि वह अमेरिका में अपने कारोबार को बेच दे। ट्रंप प्रशासन का कहना था कि टिकटॉक के चीन के स्वामित्व की वजह से यह एप अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा है।