नई दिल्ली। गंभीर धोखाधड़ी जांच कार्यालय (SFIO) तीन कंपनियों-रुचि सोया, स्टर्लिंग बायोटेक और कनिष्क गोल्ड की जांच कर रहा है। एक आधिकारिक सूत्र ने बताया कि ये कंपनियां पहले ही समय पर कर्ज नहीं चुकाने के मामले में नियामकीय जांच का सामना कर रही हैं। सूत्र ने बताया कि कॉरपोरेट मामलों के मंत्रालय ने इन तीनों कंपनियों के खिलाफ एसएफआईओ को जांच का आदेश दिया है।
हाल के महीनों में कई कंपनियां और व्यक्ति एसएफआईओ की जांच के घेरे में आए हैं। इनमें आभूषण कारोबारी नीरव मोदी और मेहुल चोकसी की कंपनियां भी शामिल हैं जो पंजाब नेशनल बैंक में 13,000 करोड़ रुपए के घोटाले के सूत्रधार हैं। एसएफआईओ के पास लोगों को गिरफ्तार करने का अधिकार है। यह मुख्य रूप से कंपनी कानून के उल्लंघन से जुड़े मामलों की जांच करता है।
रुचि सोया ने एसएफआईओ जांच पर कोई टिप्पणी नहीं की। वहीं स्टर्लिंग बायोटेक और कनिष्क गोल्ड से इस पर संपर्क नहीं हो पाया। प्रमुख खाद्य तेल कंपनी रुचि सोया इंडस्ट्रीज दिवाला प्रक्रिया के तहत है। कंपनी के ब्रांडों में न्यूट्रीला, महाकोष, सनरिच और रुचि गोल्ड शामिल हैं। कंपनी पर कुल 12,000 करोड़ रुपए का कर्ज है।
गुजरात की स्टर्लिंग बायोटेक और चेन्नई की आभूषण कंपनी कनिष्क गोल्ड की कर्ज चूक मामले में पहले ही सीबीआई जांच चल रही है।