नई दिल्ली। भारतीय मौसम विभाग ने इस साल भीषण गर्मी का अनुमान व्यक्त कर जहां एक ओर लोगों को डराने का काम किया है। वहीं दूसरी ओर एयर कंडीशनर (AC) बनाने वाली कंपनियां AC बिक्री बढ़ने की उम्मीद से खुश हैं। कंपनियों की नजर शहरी बाजारों की तुलना में ग्रामीण बाजारों पर ज्यादा है। यहां आमदनी बढ़ने से अब लोग कूलर के बजाये एसी का रुख करने लगे हैं।
- भारत में एसी का बाजार 10,000 करोड़ रुपए का है।
- इसमें सालाना 40 फीसदी की दर से वृद्धि हो रही है।
- भारत में एसी की पहुंच का स्तर वर्तमान में 4-5 प्रतिशत है।
- ग्लोबल वार्मिंग की वजह से हर साल धरती के तापमान में वृद्धि हो रही है, जिसकी वजह से एसी की डिमांड भी बढ़ रही है।
- पिछले चार-पांच सालों से यह सबसे तेज विकसित होने वाला सेगमेंट बना हुआ है।
- सरकार का पूरा ध्यान ग्रामीण अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने पर है, इससे यहां के ग्राहक भी एसी अपनाएंगे।
गोदरेज एप्लाइंसेस के बिजनेस हेड और एग्जीक्यूटिव वाइस प्रेसीडेंट कमल नंदी ने कहा कि,
50 लाख यूनिट सालाना बिक्री वाले एसी मार्केट में अभी उनकी हिस्सेदारी तकरीबन 10 प्रतिशत है, जिसे 2018 तक 20 फीसदी करने का लक्ष्य है। इसके लिए कंपनी इस साल 28 नए एसी लॉन्च करेगी।
- वर्तमान में कंपनी के कुल टर्नओवर में एसी की हिस्सेदारी 24 प्रतिशत है।
- अगले दो सालों में कंपनी को इसके बढ़कर 35-36 प्रतिशत होने की उम्मीद है।
- कंपनी को यह भी उम्मीद है कि छोटे शहरों और ग्रामीण बाजारों की बढ़ती मांग से कंपनी की ग्रोथ में मदद मिलेगी।
- कंपनी के कुल टर्नओवर में मेट्रो शहरों की हिस्सेदारी 65 प्रतिशत है, जबकि शेष टियर-2, टियर-3, टियर-4, आर-1 और आर-2 बाजार की है।
एलजी इंडिया के व्यापार प्रमुख (एसी) विजय बाबू कहते हैं कि,
हम अगले वित्त वर्ष में एसी की बिक्री में 30 प्रतिशत वृद्धि की उम्मीद कर रहे हैं। हमारा 28 प्रतिशत बाजार हिस्सेदारी का लक्ष्य है। पिछले सत्र में एलजी इंडिया ने 7.5 लाख एसी बेचे थे और उसकी बाजार हिस्सेदारी 22 प्रतिशत थी।