नई दिल्ली। वर्ल्ड में सबसे ज्यादा समय तक शासन करने वाले थाइलैंड के राजा भूमिबोल अदुलयादेज का गुरुवार को निधन हो गया। । भूमिबोल अदुलयादेज पिछले कई साल से बीमार थे और कुछ दिन पहले उनकी हालत और ज्यादा खराब हो गई थी। उनका ब्लड प्रेशर लगातार कम हो रहा था। वह वायरस से संक्रमित थे और उनका लीवर भी ठीक से काम नहीं कर रहा था। पर क्या आप जानते है अब भी कई ऐसे देश हैं, जहां राजशाही लागू है। ऐसे देशों में आज भी राजा और रानी के नाम पर शासन चलता है। इन रॉयल फैमली ने अपनी इनकम बढ़ाने के लिए कई कारोबारों में हाथ भी आजमाया है। इसमें उन्हें सफलता भी हासिल हुई है। paisa.khabarindiatv.com आपको ऐसी ही टॉप 10 रॉयल फैमिली के बारे में बता रहा है।
(1) भूमिबोल अदुलयादेज, थाईलैंड
नेटवर्थ: 2.01 लाख करोड़ रुपए
- थाईलैंड के 88 साल के राजा का गुरुवार (13 अक्टूबर 2016) को निधन हो गया।
- उनके लिए वो देश में दशकों तक चले राजनीतिक उठापटक के बीच स्थायित्व का प्रतीक हैं।
- थाईलैंड के इतिहास में वह सबसे लंबे समय तक राजा बनने वाले व्यक्ति हैं।
- टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, भूमिबेल का प्रमुख कारोबार रियल्टी और डायमंड बिजनेस है।
- इसके अलावा उनका बड़ा एक्सपोजर सीमेंट और थाईलैंड के बड़े कॉमर्शियल बैंक सियाम कॉमर्शियल बैंक में हिस्सेदारी भी है।
(2) हसनल बोलकेस, (सुल्तान) ब्रुनोई
नेटवर्थ: करीब 1.34 लाख करोड़ रुपए
- ब्रुनोई के सुल्तान का नाम अक्सर सुर्खियों में रहता है।
- कभी उनके लग्जरी बंगले और कभी उनकी महंगी कारों के क्लेक्शन की तस्वीरें अखबारों में छपती है।
- इनके पास 24 कैरेट सोने से बनी रॉल्य रॉयस भी है।
- हाल में हसनल बोलकेस ब्रुनोई के पहले प्रधानमंत्री बनने के बाद सुर्खियों में आए थे।
- इनकी आय का बड़ा हिस्सा ऑयल एंड गैस कारोबार से आता है।
- इसके अलावा यह दुनिया के बड़े फंड्स में इन्वेस्ट करते हैं।
(3) अब्दुला बिन अब्दुल अजीज अलसौद (किंग) सऊदी अरब
नेटवर्थ: करीब 1.24 लाख करोड़ रुपए
- शाह अब्दुल्लाह को सऊदी अरब में कुछ राजनीतिक सुधारों के लिए जाना जाता है।
- उन्होंने देश में स्थानीय निकाय चुनावों में महिलाओं को वोट देने का अधिकार दिया था।
- उन्होंने सऊदी अरब में कुछ पुलिस सुधार भी लागू किए थे।
- इसके अलावा इनकी बड़ी हिस्सेदारी देश के कुल ऑयल एक्सपोर्ट में 18 फीसदी है।
- वहीं, हाल में नए किंग सलमान ने दुनिया का सबसे बड़ा फंड बनाया है।
- इसके जरिए दुनियाभर के फाइनेंशियल मार्केट में इन्वेस्ट कर बड़े रिटर्न हासिल किए जाएंगे।
(4) खलीफा बिन जायद अल नाहम (सुल्तान) अबु धाबी
नेटवर्थ: 1.05 लाख करोड़ रुपए
- शेख खलीफा यूएई (युनाइटेड अरब अमीरात) के प्रेसीडेंट हैं।
- वह 2004 से यूएई के शासक हैं।
- फोर्ब्स के मुताबिक, इनकी आय का बड़ा हिस्सा क्रूड ऑयल से आता है।
- इसके अलावा यह 62,700 करोड़ डॉलर का सबसे बड़ा फंड भी चलाते हैं।
(5) मोहम्मद बिन राशिद अल मक्तूम (दुबई)
नेटवर्थ: 27 हजार करोड़ रुपए
- दुबई के ये अमीर शेख और रॉयल फैमली के मेंबर है।
- यह सन 2006 से यूएई के वाइस प्रेसीडेंट और प्रधानमंत्री भी है।
- इसका कारोबार के प्रमुख हिस्सा दुबई से चलने वाली लग्जरी यॉट और क्रूड ऑयल से आता है।
(6) हैंस एदम सेकेंड (प्रिंस) लिचटेंस्टेन (यूरोप)
नेटवर्थ: 23 हजार करोड़ रुपए
- स्विट्जरलैंड और ऑस्ट्रिया के बीच स्थित इस छोटे से देश के प्रिंस की कुल नेटवर्थ 23 हजार करोड़ रुपए से भी ज्यादा है।
- इनकी आय का बड़ा हिस्सा ग्लोबल ट्रस्ट में हुए इन्वेस्टमेंट से आता है।
- प्रिंस हैंस एडम को उनकी लग्जरी लाइफ जीन के लिए यूरोप में जाना जाता है।
(7) अहमद बिन खलीफा अल थानी (पूर्व शेख) कतर
नेटवर्थ: 16 हजार करोड़ रुपए
- कतर की रॉयल फैमली के शेख हमद बिन खलीफा की आय का मुख्य स्रोत्र ऑयल एंड गैस सेक्टर, मीडिया और इन्वेस्टमेंट है।
- फोर्ब्स के मुताबिक उनकी कुल नेट वर्थ 16 हजार करोड़ रुपए है।
- इसके अलावा यह बड़ा कर्ज देने का कारोबार भी करते है।
(8) अल्बर्ट द्वीतीय (प्रिंस) मोनाको
नेटवर्थ: 6700 हजार करोड़ रुपए
- फ्रांस के स्वत्रंत माइक्रोस्टेट देश मोनेको के प्रिंस, अल्बर्ट की कुल नेटवर्थ 6700 करोड़ रुपए है।
- फोर्ब्स के मुताबिक उनकी देश की कई बड़ी कंपनियों में हिस्सा है।
- जिससे उनको रॉयल्टी मिलती है। इसके अलावा उनका हिस्सा दुनिया के बड़े फंड हाउस में भी है।
(9) कबास बिन सईद अल सईद (सुल्तान) ओमान
कुल नेटवर्थ: 70 करोड़ डॉलर (करीब 5000 हजार करोड़ रुपए)
- ओमान के सुल्तान कबूस बिन सईद की कुल नेटवर्थ 70 करोड़ डॉलर यानी 5 हजार करोड़ रुपए है।
- उनकी आय का बड़ा हिस्सा ऑयल एंड गैस से आता है।
- इसके अलावा उनकी आय का बड़ा हिस्सा फाइनेंशियल एसेट में भी लगा है।
(10) जुआन कार्लोस आई, किंग, स्पेन
कुल नेटवर्थ: 50 लाख डॉलर ( करीब 335 करोड़ रुपए)
- स्पेन के यह किंग दुनिया में काफी फेमस है।
- इनकी आय का बड़ा हिस्सा फाइनेंशियल इंस्ट्रूमेंट के जरिए आता है।
- इसके अलावा इन्होने कई बड़ी फॉरेस्ट सेंचुरी में भी पैसा लगाया हुआ है।