नई दिल्ली। सरकार ने आज कहा कि IT सेक्टर ने उसे आश्वासन दिया है कि इस क्षेत्र में बड़े पैमाने पर छंटनी नहीं होगी और यह क्षेत्र 8-9 फीसदी की दर से वृद्धि कर रहा है।
आईटी सचिव अरूणा सुंदरराजन ने कहा कि कुछ ऐसे मामले हो सकते हैं, जहां कर्मचारियों की वार्षिक मूल्यांकन प्रक्रिया में कंपनियां उनके अनुबंध आगे न बढ़ाएं। इसके अलावा आईटी उद्योग में इस समय क्लाउड कम्प्यूटिंग, बिग डाटा और डिजिटल भुगतान व्यवस्था के उदय के बाद रोजगार का स्वरूप बदलाव से गुजर रहा है। उन्होंने यहां ब्रॉडबैंड इंडिया फोरम के मौके पर कहा, छंटनी की चर्चाओं में जिन कंपनियों के नाम लिए जा रहे हैं, उन्होंने स्पष्ट किया है कि इस साल ऐसी कोई बड़ी बात नहीं होने जा रही है।
सुंदरराजन ने कहा, वार्षिक मूल्यांकन के तहत कुछ लोगों का अनुबंध नवीकृत नहीं किया गया हो लेकिन यह मान लेना बिल्कुल गलत है कि अचानक इस वर्ष बड़े पैमाने पर छंटनी हो रही है। उन्होंने इस बात पर बल दिया कि सरकार को इस संबंध में आईटी उद्योग से बिल्कुल स्पष्ट आश्वासन मिला है। यह भी पढ़े: आईटी कंपनियों में अगले दो साल तक जारी रहेगी कर्मचारियों की छंटनी, डिजिटलीकरण और ऑटोमेशन का असर
उन्होंने कहा कि आईटी उद्योग 8-9 फीसदी की दर से वृद्धि कर रहा है और यह मानने का कोई कारण नहीं है कि वृद्धि नाटकीय ढंग से घटने जा रही है। उन्होंने कहा कि आईटी क्षेत्र लोगों पर नौकरियां देना जारी रखेगा और उसने पिछले ढाई साल में पांच लाख नौकरियां दी हैं। इस मुद्दे को समग्रता से देखने की जरूरत है।
गौरतलब है कि पिछले कुछ हफ्ते से आईटी क्षेत्र में छंटनी की खबरें आ रही है। विप्रो, इंफोसिस, कोग्निजेंट और बिल्कुल हाल में टेक महिंद्रा ने वार्षिक कामकाज समीक्षा शुरू की है, जिसमें काम के मामले में बहुत निम्न स्तर का प्रदर्शन करने वाले कर्मचारियों की छंटनी की संभावना रहती है। ऐसे में यह आशंका बनने लगी है कि इस क्षेत्र में अगले कुछ हफ्ते में कंपनियां हजारों कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखा सकती हैं।