नई दिल्ली। देश में 4G और 3G की पहुंच बढ़ने के साथ इंटरनेट का इस्तेमाल करने वालों की संख्या 2020 तक 60 करोड़ पर पहुंच जाएगी। वर्तमान में इंटरनेट प्रयोगकर्ताओं की संख्या 34.3 करोड़ है। एक रिपोर्ट के अनुसार डिजिटल इंडिया मिशन को हासिल करने की राह में अभी कई चुनौतियां कायम हैं।
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कम स्पेक्ट्रम की उपलब्धता फास्ट डाटा सेवा की बाधा
- एसोचैम डेलायट की रिपोर्ट में कहा गया है कि महानगरों में स्पेक्ट्रम की उपलब्धता विकसित देशों के शहरों की तुलना में मात्र 10 प्रतिशत है।
- यह द्रुत गति की डाटा सेवाएं उपलब्ध कराने के रास्ते की एक प्रमुख बाधा है।
- इसी वजह से सार्वजनिक वाई-फाई की पहुंच बेहद निचले स्तर पर है।
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वाई-फाई हॉटस्पॉट बढ़ाने की है जरूरत
- रिपोर्ट में बताया गया है कि वैश्विक स्तर पर 150 नागरिकों पर एक वाई-फाई हॉटस्पॉट है।
- भारत में इस पहुंच के स्तर पर पहुंचने के लिए 80 लाख से अधिक हॉटस्पॉट की जरूरत होगी।
- अभी सिर्फ 31,000 हॉटस्पॉट उपलब्ध हैं।
- रिपोर्ट में कहा गया है कि फिलहाल 55,000 गांव मोबाइल कनेक्टिविटी से वंचित हैं।
- इसकी वजह यह है कि इस तरह के स्थानों पर मोबाइल कनेक्टिविटी उपलब्ध कराना व्यावसायिक दृष्टि से व्यावहारिक नहीं है।