मुंबई। गुड्स एंड सर्विस टैक्स की वजह से अर्थव्यवस्था पर अबतक जो असर दिखा है वह खराब सा लग रहा है, यह कहना है भारतीय रिजर्व बैंक यानि RBI का, RBI ने बुधवार को अपनी क्रेडिट पॉलिसी की रिपोर्ट में यह जानकारी दी। हालांकि रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि 2017-18 की दूसरी छमाही में GST से जुड़ी समस्याएं दूर होंगी जिससे अर्थव्यवस्था पर सकारात्मक असर दिखेगा। RBI पॉलिसी की मुख्य बातें इस तरह से हैं….
RBI पॉलिसी की मुख्य बातें
- ब्याज दरों में बदलाव नहीं , रेपो रेट 6%, रिवर्स रेपो रेट 5.75% और MSF 6.25% पर स्थिर, लेकिन SLR को 50 बेसिस प्वाइंट घटाकर 19.5% किया
- 207-18 की दूसरी छमाही के दौरान महंगाई दर के अनुमान को 4-4.5% से बढ़ाकर 4.2-4.6% किया
- मॉनिटरी पॉलिसी कमेटी ने फिलहाल पॉलिसी की दिशा को न्यूट्रल बनाए रखने पर सहमति जताई
- फ्यूल महंगाई बढ़ने और खरीफ उत्पदान में कमी के अनुमान से महंगाई दर में बढ़ोतरी की आशंका
- 2017-18 के लिए GVA ग्रोथ के अनुमान को 7.3 फीसदी से घटाकर 6.7 फीसदी किया
- GST के लागू होने से अर्थव्यवस्था पर जो असर पड़ा है वह अबतक खराब सा दिख रहा है
- मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर के लिए छोटी अवधि का आउटलुक अनिश्चित
- इनवेस्टमेंट एक्टिविटी को दोबारा शुरू होने में थोड़ी देरी हो सकती है
- सितंबर तिमाही के दौरान कंज्यूमर कॉन्फिडेंस के साथ मैन्युफैक्चरिंग और सर्विस सेक्टर का ओवरआल बिजनेस असेसमेंट कमजोर हुआ है
- 2017-18 की दूसरी छमाही में ग्रोथ में रिकवरी आने की उम्मीद
- GST से जुड़ी समस्याएं जल्द दूर होने की संभावना
- मॉनिटरी पॉलिसी कमेटी की अगली बैठक 5-6 दिसंबर को होगी