नई दिल्ली। गैर बैंकिंग फाइनेंस कंपनियों (NBFC’s) को लेकर पिछले हफ्ते पैदा हुए संकट पर केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली का बयान आया है, सोमवार सुबह वित्त मंत्री ने अपने ट्विटर हेंडल पर लिखा कि NBFC, म्यूचुअल फंड्स और SME’s में पर्याप्त लिक्विडिटी बनी रहे, इसके लिए सरकार सभी जरूरी कदम उठाएगी।
दरअसल पिछले हफ्ते इंफ्रास्ट्रक्चर कारोबार से जुड़ी कंपनी IL&FS ने कई तरह के वित्तीय डिफॉल्ट की जानकारी जिसके बाद शेयर बाजार में गैर बैंकिंग फाइनेंस कंपनियों के शेयरों में भारी गिरावट देखने को मिली। सबसे ज्यादा गिरावट दिवान हाउसिंग फाइनेंस कार्पोरेशन लिमिटेड (DHFL) के शेयर में आई है, शुक्रवार को DHFL का शेयर 42.43 प्रतिशत की भारी गिरावट के साथ बंद हुआ है।
ऐसा माना जा रहा है कि NBFC’s का इंफ्रास्ट्रक्चर कारोबार से जुड़ी कंपनियों में पैसा लगा हुआ है और इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनियों के डिफॉल्ट से NBFC’s का पैसा फंस सकता है। यही वजह थी कि शुक्रवार को शेयर बाजार में NBFC’s के शेयरों में भारी गिरावट आई है। हालांकि इस गिरावट के बाद रेग्युलेटर और सरकार हरकत में आ गए हैं। पहले RBI और SEBI की तरफ से बयान जारी कर कहा गया कि उनकी नजर पूरे घटनाक्रम पर बनी हुई है और जरूरत पड़ने पर कार्रवाई कर सकते हैं। इसके बाद अब वित्त मंत्री ने भी कह दिया है कि NBHC’s में लिक्विडिटी बनी रहे इसके लिए सरकार जरूरी कदम उठाएगी।