नई दिल्ली: तांबा, एल्युमिनियम और इस्पात जैसे कच्चे माल की लागत बढ़ने और परिवहन भाड़ा महंगा होने के कारण एलईडी टीवी, रेफ्रिजरेटर, वाशिंग मशीन जैसे अन्य टिकाऊ घरेलू सामान की कीमतें अगले साल जनवरी से 10 प्रतिशत तक बढ़ सकती हैं। विनिर्माताओं ने कहा कि इसके अलावा आपूर्ति में कमी के कारण टीवी पैनल (ओपेन सेल) की कीमतें भी दोगुनी से अधिक हो चुकी हैं। कच्चे तेल की कीमतों में बढ़ोतरी के साथ ही प्लास्टिक भी महंगा हो गया है।
उन्होंने कहा कि एलजी, पैनासोनिक और थॉमसन जैसे विनिर्माताओं के लिए जनवरी से कीमतों में बढ़ोतरी अपरिहार्य है, जबकि सोनी अभी भी हालात की समीक्षा कर रही है और उसे इस बारे में निर्णय करना है। पैनासोनिक इंडिया के अध्यक्ष और सीईओ मनीष शर्मा ने कहा, ‘‘हमारा मानना है कि निकट भविष्य में जिंस कीमतों में बढ़ोतरी से हमारे उत्पादों की कीमतें प्रभावित होंगी। मेरा अनुमान है कि जनवरी में 6-7 प्रतिशत कीमतें बढ़ेंगी और वित्त वर्ष की पहली तिमाही तक ये 10-11 प्रतिशत तक बढ़ सकती है।’’
एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स इंडिया भी अगले साल एक जनवरी से कीमतों में सात से आठ प्रतिशत की बढ़ोतरी करने जा रही है। एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स इंडिया के उपाध्यक्ष (घरेलू उपकरण) विजय बाबू ने कहा, ‘‘जनवरी से हम टीवी, इलेक्ट्रॉनिक्स मशीन, रेफ्रिजरेटर आदि सभी उत्पादों की कीमतों में सात से आठ प्रतिशत तक बढ़ोतरी करने जा रहे हैं। कच्चे माल की कीमतों में तेजी से वृद्धि हुई है। इसके अलावा कच्चे तेल की कीमतों में भी वृद्धि हो रही है, इसलिए प्लास्टिक सामग्री की लागत भी काफी हद तक बढ़ गई है।’’
सोनी इंडिया कीमतों में बढ़ोतरी पर स्थिति की समीक्षा कर रही है और उसने इस बारे में अभी निर्णय नहीं लिया है। इस बारे में पूछने पर सोनी इंडिया के प्रबंध निदेशक सुनील नय्यर ने कहा, ‘‘फिलहाल नहीं। अभी इंतजार किया जा रहा है। हम आपूर्ति पक्ष को देख रहे हैं, जो दिन-प्रतिदिन बदल रहा है। हालात, अस्पष्ट हैं और हमने इस बारे में अभी तय नहीं किया है।’’ उन्होंने कहा कि पैनल की कीमतें और कुछ कच्चे माल की लागत बढ़ गई है, खासतौर से टीवी के लिए।