![मार्च में टेलीकॉम कस्टमर्स की संख्या बढ़कर 105.88 करोड़ हुई, मोबाइल ग्राहकों की संख्या 103.36 करोड़ पहुंची](https://static.indiatv.in/khabar-global/images/paisa-new-lazy-big-min.jpg)
नई दिल्ली। देशभर में टेलीकॉम कस्टमर्स की कुल संख्या मार्च में थोड़ी बढ़कर 105.88 करोड़ हो गई। इसमें लैंडलाइन और मोबाइल फोन का इस्तेमाल करने वाले उपभोक्ता शामिल हैं। भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) ने बताया कि फरवरी अंत तक दूरसंचार सेवाओं का प्रयोग करने वालों की संख्या 105.18 करोड़ थी। मार्च आखिर में मोबाइल फोन ग्राहकों की संख्या 103.36 करोड़ रही जबकि लैंडलाइन प्रयोग करने वालों की संख्या 2.522 करोड़ रही।
इंटरनेट टेलीफोनी पर कंसलटेशन पेपर एक महीने में: ट्राई
ट्राई एक महीने में इंटरनेट आधारित दूरसंचार सेवाओं के लिए परामर्श पत्र लाएगा। ट्राई के चेयरमैन आर एस शर्मा ने कहा, हम इंटरनेट टेलीफोनी पर जल्द परामर्श पत्र ला रहे हैं। यह कुछ सप्ताह- एक महीने में आ सकता है। इंटरनेट का इस्तेमाल कर विभिन्न मोबाइल एप्लिकेशंस के जरिए की जाने वाली कॉल को लेकर इंडस्ट्री में बहस छिड़ी हुई है।
बीएसएनएल पर नियमों का उल्लंघन करने का आरोप
दूरसंचार उद्योग के संगठन सेल्युलर ऑपरेटर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (सीओएआई) ने हाल में सरकारी कंपनी बीएसएनएल की एप्लिकेशन आधारित कॉलिंग सेवा पर आपत्ति जताते हुए इसे मौजूदा नियमों का उल्लंघन बताया है। बीएसएनएल ने हाल में एक सेवा की शुरूआत की है जिसमें ग्राहकों को मोबाइल फोन का इस्तेमाल कर लैंडलाइन कॉल करने की अनुमति होगी। इस सेवा का शुभारंभ 17 मार्च को दूरसंचार मंत्री रविशंकर प्रसाद ने किया। इस मौके पर दूरसंचार सचिव जे एस दीपक भी मौजूद थे।