नई दिल्ली। दूरसंचार उद्योग की आय में चालू वित्त वर्ष (2020-21) में 14 से 15 प्रतिशत की वृद्धि की उम्मीद है। दूरसंचार कंपनियों के संगठन सेल्युलर ऑपरेटर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (सीओएआई) ने यह अनुमान लगाया है। सीओएआई ने कहा कि ऑपरेटर की प्रति ग्राहक औसत कमाई (एआरपीयू) कुछ बढ़ी है, जिससे उनके कुल राजस्व में बढ़ोतरी की उम्मीद है। हालांकि, वित्त वर्ष के दौरान मोबाइल कनेक्शनों की संख्या पहले के स्तर पर ही बने रहने का अनुमान है। इस दौरान ग्रामीण क्षेत्रों में कनेक्शनों की संख्या बढ़ेगी, जिससे शहरी क्षेत्रों में ग्राहकों की संख्या में कमी की भरपाई हो सकेगी।
सीओएआई के नवनियुक्त महानिदेशक एस पी कोचर ने पीटीआई-भाषा से कहा कि मौजूदा तीन-चार निजी कंपनियों के बाजार में केवल एक या दो कंपनियों का दबदबा होना अच्छी स्थिति नहीं है। उन्होंने कहा कि उपभोक्ताओं को बेहतर मूल्यों पर अच्छी सेवाएं उपलब्ध कराने के लिए जरूरी है कि बाजार में सेवा प्रदाताओं के बीच पर्याप्त प्रतिस्पर्धा होनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि उद्योग का वित्तीय संकट किसी से छुपा नहीं है। सीओएआई स्पेक्ट्रम प्रयोग शुल्क और लाइसेंस शुल्क में कटौती, इनपर माल एवं सेवा कर (जीएसटी) की छूट आदि के मुद्दों को उठाती रहेगी। इसके अलावा हम नीलामी में हासिल स्पेक्ट्रम के भुगतान पर भी जीएसटी की छूट चाहते हैं। यह पूछे जाने पर क्या दूरसंचार उद्योग दो कंपनियों के एकाधिकार या दबदबे की स्थिति की ओर बढ़ रहा है, कोचर ने कहा कि वह प्रतिस्पर्धा के पक्ष में हैं। उन्होंने कहा कि अंत में आम लोगों को दूरसंचार का लाभ मिलना चाहिए, और यह एकाधिकार की स्थिति में संभव नहीं है।