नई दिल्ली। दूरसंचार उद्योग का समायोजित सकल राजस्व (एजीआर) मार्च 2021 को समाप्त तिमाही में इससे पिछली तिमाही के मुकाबले दो प्रतिशत बढ़कर 48,587 करोड़ रुपये हो गया। दूरसंचार नियामक ट्राई द्वारा शुक्रवार को जारी आंकड़ों से यह जानकारी मिली। साल-दर-साल आधार पर एजीआर की वृद्धि 8.12 प्रतिशत रही।
भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) ने जनवरी-मार्च तिमाही के लिए अपनी रिपोर्ट 'भारतीय दूरसंचार सेवा प्रदर्शन संकेतक' में कहा, "मार्च 2021 को समाप्त तिमाही के लिए दूरसंचार सेवा क्षेत्र का सकल राजस्व (जीआर) और समायोजित सकल राजस्व (एजीआर) क्रमशः 66,784 करोड़ रुपये और 48,587 करोड़ रुपये रहा।" रिपोर्ट के मुताबिक इस दौरान सकल राजस्व में 6.17 प्रतिशत की कमी आयी जबकि एजीआर - जिस पर सरकार लाइसेंस शुल्क और अन्य शुल्क लगाती है - पिछली तिमाही की तुलना में मार्च 2021 तिमाही में 2.03 प्रतिशत बढ़ गया। वहीं मार्च 2021 को समाप्त तिमाही में जीआर और एजीआर में पिछले साल की इसी तिमाही की तुलना में क्रमश: 1.11 प्रतिशत की गिरावट और 8.12 प्रतिशत रही है। दिसंबर 2020 को समाप्त तिमाही का लाइसेंस शुल्क 3,809 करोड़ रुपये से बढ़कर मार्च 2021 को समाप्त तिमाही के दौरान 3,979 करोड़ रुपये हो गया। इस तिमाही में लाइसेंस शुल्क की तिमाही और साल दर साल वृद्धि दर क्रमशः 4.44 प्रतिशत और 10.40 प्रतिशत है।