नई दिल्ली। आने वाले समय में टेलीकॉम कंपनियां अपने प्लान की समय सीमा 28 दिन की जगह एक महीना कर सकती हैं। इस मामले में ग्राहकों की तरफ से लगातार मिल रहे सुझावों को देखते हुए ट्राई ने टैरिफ वेलिडिटी यानि प्लान पर लिये गये शुल्क की अधिकतम समय सीमा के साथ साथ शुल्क से जुड़े कई अन्य मामलों पर कंसल्टेशन पेपर जारी किया है। इस पेपर पर सभी पक्षधारकों से राय मांगी गयी है। उम्मीद है कि जल्द कंपनियां अपने टैरिफ प्लान की समयसीमा 28 दिन की जगह एक महीने कर देंगी।
ट्राई ने एक प्रेस रिलीज जारी कर जानकारी दी है कि उसने टैरिफ ऑफर पर वैलिडिटी पीरियड पर कंसल्टेशन पेपर जारी किया है। ट्राई के मुताबिक उसे उपभोक्ताओं की तरफ से सर्विस प्रोवाइडर की तरफ से एक महीने की जगह 28 दिन की समयसीमा को लेकर लगातार बताया जा रहा था। ऐसे में माना गया कि उपभोक्ताओं का एक बड़ा वर्ग इस टैरिफ वैलिडिटी से संतुष्ट नहीं है। ट्राई के मुताबिक इस कंसल्टेशन पेपर का उद्देश्य ऐसे टैरिफ ऑफर की पहचान करना है और सर्विस प्रोवाइडर के द्वारा पेश किये जा रहे टैरिफ ऑफर और उनके समयसीमा से जुड़े मुद्दों को उपभोक्ताओं के बड़े वर्ग की जरूरतों के मुताबिक करने संभावना की तलाश करना है।
ट्राई के मुताबिक इसी को देखते हुए टैरिफ ऑफर के वैलिडिटी पीरियड पर एक कंसल्टेशन पेपर जारी किया गया है। जिसपर सभी पक्षों की राय मांगी गयी है। इस पर लिखित रूप में कमेंट 11 जून 2021 तक दिये जा सकते हैं। वहीं इन कमेंट के जवाब 25 जून 2021 तक दिये जा सकते हैं। ये कमेट ई मेल के द्वार दिये जा सकते हैं।
देश में फिलहाल एक साल से कम के प्लान अलग अलग समयसीमा के आधार पर दिये जा रहे हैं, जो कि आम महीने की जगह हफ्ते के मुताबिक ज्यादा तय होते हैं। फिलहाल कंपनियां 28 दिन यानि 4 हफ्ते, 56 दिन या 8 हफ्ते. 84 दिन यानि 12 हफ्ते के प्रीपेड प्लान ऑफऱ कर रही है। हालांकि पोस्टपेड बिल एक महीने के हिसाब से आते हैं।