मुंबई। टेक महिंद्रा का मानना है कि वोडाफोन और आइडिया का प्रस्तावित विलय सूचना प्रौद्योगिकी (IT) क्षेत्र के लिए एक हलचल लाने वाला घटनाक्रम होगा। हालांकि, कंपनी का मानना है कि उसे इस सौदे से फायदा होगा। टेक महिंद्रा की आमदनी का 50 प्रतिशत से अधिक हिस्सा संचार कंपनियों को दी जाने वाली सेवाओं से आता है।
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टेक महिंद्रा के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी सी पी गुरनानी ने कहा
यह एक बड़ा बाजार है जिसमें ये कंपनियां विलय कर रही हैं। मेरी दुनिया में यह हलचल वाला बदलाव है। यह कोई सामान्य बदलाव नहीं है। इसका साफ मतलब है कि IT खर्च का कुछ हिस्सा या तो नीचे आएगा या इसकी दिशा बदलेगी।
विलय से टेक महिंद्रा को होगा फायदा
- गुरनानी ने कहा कि टेक महिंद्रा इससे प्रभावित नहीं होगी, बल्कि उसे इससे फायदा होगा।
- इसका हम पर किसी तरह का प्रभाव नहीं होगा, बल्कि इससे हमें फायदा मिलेगा।
- इसकी वजह है कि दोनों कंपनियों के लिए हमारा मुख्य ध्यान ग्राहक सेवा प्रबंधन पर होगा।
- उन्होंने कहा कि कंपनी का 50 प्रतिशत से अधिक राजस्व संचार खंड से आ रहा हैं।
- कंपनी अन्य खंडों में भी तेज वृद्धि के जरिए इसमें संतुलन लाने का प्रयास कर रही है।