कोलकाता। चाय बोर्ड को वर्ष 2019 में चाय की बेहतर कीमतें प्राप्त होने की उम्मीद है। बोर्ड के एक अधिकारी ने यह भी कहा कि चाय बोर्ड गुणवत्ता के अलावा खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण (एफएसएसएआई) के नए मानदंडों के अनुपालन पर ध्यान केंद्रित करेगा।
चाय बोर्ड के चाय प्रोत्साहन विभाग के निदेशक एस सौंदराराजन ने कहा कि वर्ष 2018 में 135 करोड़ किलोग्राम चाय का उत्पादन हुआ था। उन्होंने कहा कि हमें वर्ष 2019 में भी यही समान आंकड़ा रहने की उम्मीद है। घरेलू खपत भी साल-दर-साल 2.2 प्रतिशत की दर से बढ़ रही है।
सौंदराराजन ने कहा कि जैसा कि बुनियादी स्थिति ठीक दिखाई पड़ रही है, उस लिहाज से इस साल कीमतों में मजबूती आने की संभावना है। सौंदराराजन ने कहा कि कीमतों में बढ़ोतरी होनी चाहिए। हमने दिसंबर से फरवरी के दौरान कई राज्यों में चाय पत्तों की तुड़़ाई बंद कर दी है, जिसके चलते 2.5 करोड़ किग्रा उत्पादन में कमी आई है।
अधिकारी ने ई-नीलामी के संदर्भ में कहा कि आईआईएम-बैंगलोर के एक प्रोफेसर को इस पर एक अध्ययन करने का जिम्मा सौंपा गया है। उन्होंने कहा कि अध्ययन जल्द ही पूरा होने की संभावना है, और सिफारिशें अप्रैल में प्रस्तुत किए जाने की उम्मीद है।
ओडिशा में धामरा बंदरगाह के पास प्रस्तावित चाय पार्क के बारे में उन्होंने कहा कि इस उद्देश्य के लिए तीन बार निविदाएं लाई गई थीं। चाय बोर्ड के एक अधिकारी ने कहा कि हर बार, एक ही बोलीदाता आया था। इस मामले को वाणिज्य मंत्रालय के पास भेज दिया गया है।