नई दिल्ली। भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी क्षेत्र की प्रतिनिधि संस्था नैसकॉम ने कहा कि इस क्षेत्र में नौकरी देने वाली शीर्ष कंपनी टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) है। नैसकॉम ने एक बयान में बताया कि मुंबई की इस कंपनी के बाद इंफोसिस, कॉग्निीजैंट, विप्रो और कैपजेमिनी का स्थान आता है। हालांकि कॉग्निीजैंट अमेरिका आधारित कंपनी है फिर भी इसके सबसे ज्यादा कर्मचारी भारत में हैं और इसके अलावा चेन्नई, बेंगलुरू और हैदराबाद इसके अपने विकास केंद्र भी हैं।
जून 2016 के अंत तक टीसीएस के कर्मचारियों की कुल संख्या 3.62 लाख थी जबकि इंफोसिस के कर्मचारियों की संख्या 1.97 लाख और विप्रो की 1.73 लाख रही। अन्य शीर्ष दस कंपनियों में एचसीएल टेक्नोलॉजीस, टेक महिंद्रा, जेनपैक्ट, इंटेलेंट ग्लोबल सर्विसेज और एजिस हैं। नैसकॉम के आंकड़ों के अनुसार इस क्षेत्र देश में कुल 37 लाख लोग कार्यरत हैं जिनमें से करीब 13 लाख महिलाएं हैं।
TCS पर बढ़ा टैक्स का बोझ
टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेस पर टैक्स की देनदारी वित्त वर्ष 2015-16 में इससे पहले के वित्त वर्ष की तुलना में बढ़कर दोगुना हो गई है। वित्त वर्ष 2015-16 में टीसीएस पर कुल 8,148.03 करोड़ रुपए की टैक्स देनदारी बनी, जबकि वित्त वर्ष 2014-15 में यह देनदारी 3,962.83 करोड़ रुपए थी। टीसीएस की वार्षिक रिपोर्ट के मुताबिक वित्त वर्ष 2015-16 में इनकम टैक्स डिमांड बढ़कर 7,955.14 करोड़ रुपए रही, जो कि इससे पहले 3,901.82 करोड़ रुपए थी। इनडायरेक्ट टैक्स डिमांड भी वित्त वर्ष 2015-16 में बढ़कर 192.89 करोड़ रुपए हो गया, जो इससे पहले वर्ष में 61.01 करोड़ रुपए था।
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