नई दिल्ली। रेटिंग एजेंसी स्टैंडर्ड एंड पूअर्स (एसएंडपी) को उम्मीद है कि अगर टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेस (TCS) की 16,000 करोड़ रुपए की पुनर्खरीद पेशकश को पूर्ण अभिदान मिलता है तो भी दिग्गज आईटी कंपनी के पास अच्छी-खासी नकदी उपलब्धता बनी रहेगी।
स्टैंडर्ड एंड पूअर्स ने एक बयान में कहा कि टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेस की रेटिंग एवं उसका परिदृश्य कंपनी के 16,000 करोड़ रुपए की शेयर पुनर्खरीद पेशकश से प्रभावित नहीं होगा।
- इस सप्ताह की शुरुआत में टीसीएस ने 16,000 करोड़ रुपए की शेयर पुनर्खरीद की घोषणा की है।
- भारतीय पूंजी बाजार में यह अब तक की सबसे बड़ी पुनर्खरीद है।
- कंपनी अधिशेष नकदी शेयरधारकों को लौटाने पर विचार कर रही है, जिसके लिए यह फैसला किया गया है।
- रेटिंग एजेंसी का मानना है कि टीसीएस की शेयर पुनर्खरीद पेशकश को यदि पूर्ण अभिदान मिलता है तो भी उसके पास नकदी की स्थिति अच्छी बनी रहेगी।
- 31 दिसंबर 2016 की स्थिति के अनुसार टीसीएस के पास शुद्ध नकद और नकद समतुल्य राशि 386 अरब डॉलर (38,600 करोड़ रुपए) थे।
- बयान के अनुसार टीसीएस का परिचालन उम्मीद के अनुरूप बना रहेगा।