नई दिल्ली: देश की सबसे बड़ी साफ्टवेर सेवा प्रदाता कंपनी टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) का एकीकृत शुद्ध लाभ मार्च 2021 को समाप्त चौथी तिमाही में 14.9 प्रतिशत बढ़कर 9,246 करोड़ रुपये रहा। टीसीएस ने सोमवार को शेयर बाजार को दी सूचना में कहा कि एक साल पहले 2019-20 की इसी तिमाही में कंपनी को 8,049 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हुआ था। वहीं, कंपनी की आय 2020-21 की चौथी तिमाही (जनवरी-मार्च) में 9.4 प्रतिशत बढ़कर 43,705 करोड़ रुपये पर पहुंच गई जो एक साल पहले इसी तिमाही में 39,946 करोड़ रुपये रही थी।
टीसीएस के मुख्य कार्यपालक अधिकारी और प्रबंध निदेशक राजेश गोपीनाथन ने कहा, ‘‘नई क्षमताओं के निर्माण और अनुसंधान एवं विकास को लेकर पिछले दशक में जो हमने निवेश किया था, उसका हमें लाभ मिल रहा है और हम प्रौद्योगिकी सेवा अवसर के मामले में बेहतर स्थिति में हैं। परंपरागत क्षेत्रों में हमारी स्थिति मजबूत बनी हुई है। हम अन्य क्षेत्रों में वृद्धि के साथ बदलाव से जुड़े अवसरों के मामले में भी अच्छा कर रहे हैं।’’ उन्होंने कहा कि नवप्रवर्तन के साथ कंपनी का जोर 2021-22 में अपने ग्राहकों को उनकी वृद्धि एजेंडे से जोड़ने पर होगा।
पूरे वित्त वर्ष 2020-21 में कंपनी का शुद्ध लाभ बढ़कर 33,388 करोड़ रुपये (विधि दावा प्रावधान को छोड़कर) रहा जो एक साल पहले 32,340 करोड़ रुपये था। टीसीएस ने एपिक सिस्टम कॉरपोरेशन से संबंधित कानूनी मामले के निपटान को लेकर 1,218 करोड़ रुपये (16.5 करोड़ डॉलर) का प्रावधान किया है। टीसीएस की आय 2020-21 में 4.6 प्रतिशत बढ़कर 1,64,177 करोड़ रुपये रही जो एक साल पहले 1,56,949 करोड़ रुपये थी। कंपनी निदेशक मंडल ने अंतिम लाभांश के रूप में 15 रुपये प्रति इक्विटी शेयर देने का प्रस्ताव किया है। टीसीएस ने चौथी तिमाही में शुद्ध आधार पर 19,388 कर्मचारियों को नौकरी दी। किसी एक तिमाही में यह सर्वाधिक संख्या है। इससे कंपनी के कर्मचारियों की कुल संख्या बढ़कर 4,88,649 हो गयी है। इस दौरान कर्मचारियों के छोड़कर जाने की दर 7.2 प्रतिशत रही।