नई दिल्ली। भारत की सबसे बड़ी आईटी कंपनी टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेस (टीसीएस) का शुद्ध मुनाफा चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही (अक्टूबर-दिसंबर) में 6,531 करोड़ रुपए रहा है। तिमाही आधार पर शुद्ध मुनाफे में 1.3 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। 30 सितंबर 2017 को समाप्त दूसरी तिमाही में कंपनी का शुद्ध मुनाफा 6,446 करोड़ रुपए था। वित्त वर्ष 2016-17 की समान तिमाही में कंपनी के शुद्ध मुनाफे का यह आंकड़ा 6,778 करोड़ रुपए था।
तीसरी तिमाही में कंपनी का राजस्व तिमाही आधार पर 4 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 30,904 करोड़ रुपए रहा है, जो इसी वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में 30,541 करोड़ रुपए और पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 29,735 करोड़ रुपए था। तिमाही आधार पर कंपनी का वॉल्यूम भी 1.4 प्रतिशत बढ़ा है।
कंपनी का एबिट मार्जिन तिसरी तिमाही में 25.2 प्रतिशत रहा। स्थिर मुद्रा में कंपनी की राजस्व वृद्धि दर वार्षिक आधार पर 6.2 प्रतिशत और तिमाही आधार पर 1.3 प्रतिशत रही। कंपनी ने अपने निवेशकों के लिए प्रति शेयर 7 रुपए का डिविडेंड देने की घोषणा की है। तीसरे अंतरिम डिविडेंड का भुगतान निवेशकों को 31 जनवरी 2018 को किया जाएगा।
तीसरी तिमाही के प्रदर्शन पर बोलते हुए टीसीएस के सीईओ और एमडी राजेश गोपीनाथ ने कहा कि हमनें दिसंबर तिमाही में मजबूत प्रदर्शन के साथ 2017 को बेहतर विदाई दी है। अपने पोर्टफोलियो में बदलाव कर और कमजोर क्षेत्रों को अलग करने के जरिये हम आगे भी मजबूत वृद्धि हासिल करने के लिए तैयार हैं।