नई दिल्ली। टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेस (टीसीएस) सोमवार को दूसरी ऐसी भारतीय कंपनी बन गई है, जिसका मार्केट कैप 10 लाख करोड़ रुपए से अधिक हो गया है। रिलायंस इंडस्ट्रीज के बाद 10 लाख से अधिक मार्केट कैप हासिल करने वाली टीसीएस दूसरी कंपनी है। शेयर बायबैक प्रस्ताव पर कंपनी बोर्ड द्वारा 7 अक्टूबर को विचार करने की खबर आने के बाद सोमवार को शुरुआती कारोबार में कंपनी के शेयरों में 6 प्रतिशत से अधिक का उछाल आया और कंपनी का मार्केट कैप 10 लाख करोड़ के स्तर को पार कर गया।
बीएसई पर कंपनी का शेयर 6.18 प्रतिशत उछलकर 2678.80 रुपए पर पहुंच गया। एनएसई पर कंपनी का शेयर 6.16 प्रतिशत उछलकर 2679 रुपए के साथ अपने ऑल-टाइम हाई पर पहुंच गया। शेयर कीमत में आई इस तेजी की वजह से कंपनी का बाजार पूंजीकरण बीएसई पर दोपहर के कारोबार के दौरान बढ़कर 10,03,012.43 करोड़ रुपए हो गया।
टीसीएस पिछले महीने 9 लाख करोड़ रुपए से अधिक का मार्केट कैप हासिल करने वाली दूसरी कंपनी बनी थी। वर्तमान में रिलायंस इंडस्ट्रीज 15 लाख करोड़ से अधिक मार्केट कैप के साथ भारत की सबसे मूल्यवान कंपनी बन गई है। मार्केट कैप के रूप में टीसीएस देश की दूसरी सबसे मूल्यवान कंपनी है।
रिलायंस इंडस्ट्रीज पहली ऐसी भारतीय कंपनी है, जिसने 10 लाख करोड़ रुपए के मार्केट कैप को पार किया था। वर्तमान में इसका मार्केट वैल्यू 15,02,355.71 लाख करोड़ रुपए है। टीसीएस ने रविवार रात नियामकीय जानकारी में बताया कि बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स 7 अक्टूबर, 2020 को होने वाली बैठक में कंपनी के इक्विटी शेयरों को वापस खरीदने के प्रस्ताव पर विचार करेंगे।
2018 में टीसीएस ने 16,000 करोड़ रुपए मूल्य के शेयरों को वापस खरीदा था। उस समय 7.61 करोड़ शेयरों की पुर्नखरीद 2100 रुपए प्रति शेयर के मूल्य पर की गई थी। एंजेल ब्रोकिंग लिमिटेड के डीवीपी- इक्विटी स्ट्रेटजिस्ट- ज्योति रॉय ने कहा कि अधिकांश आईटी कंपनियों के पास अतिरिक्त नकदी मौजूद है, जिसका इस्तेमाल कंपनियां डिविडेंड या बायबैक के रूप में इस्तेमाल कर अपने शेयरधारकों को खुश कर सकती हैं।