मुंबई। फोब्र्स इंडिया की इस साल की सुपर 50 सूची में देश की दो प्रमुख सॉफ्टवेयर कंपनियों TCS एवं इंफोसिस के साथ दवा क्षेत्र की सन फार्मा एवं ल्यूपिन, निजी क्षेत्र के एचडीएफसी बैंक और एक्सिस बैंक शामिल हैं। इसके अलावा टाटा मोटर्स और हिंदुस्तान यूनिलीवर जैसी कंपनियां इस सूची से बाहर हो गई हैं।
यह इस सूची का दूसरा साल है और इस बार इसमें 14 नई कंपनियां शामिल हुई हैं जिनमें इंफोसिस, मारुति सुजुकी, भारत फोर्ज, एलेंबिक फार्मा, जिलेट इंडिया, एचडीएफसी बैंक, बजाज फाइनेंस, कंसाई नेरोलेक, एलआईसी हाउसिंग फाइनेंस जैसी कंपनियां शामिल हैं। इस सूची से बाहर होने वाली कंपनियों में एचडीएफसी, कोटक महिंद्रा बैंक, टाटा मोटर्स, हिंदुस्तान यूनिलीवर, एमआरएफ, ग्लैक्सो स्मिथक्लाइन कंज्यूमर हेल्थकेयर, फिजर, डॉक्टर रेड्डी लैब्स और ग्लेनमार्क फार्मास्युटिकल्स शामिल हैं।
अति धनाढ़्य व्यक्तियों की संख्या 1.46 लाख पहुंची
देश में अति धनाढ्य व्यक्तियों की संख्या में वृद्धि 2015-16 में धीमी रही और यह सात फीसदी से कम वृद्धि के साथ 1.46 लाख पर पहुंच गई। कोटक महिंद्रा की रिपोर्ट के अनुसार अति धनाढ़्य व्यक्तियों की संख्या पांच फीसदी बढ़कर 1,35,000 अरब रुपए पर पहुंच गई। इस श्रेणी में वे व्यक्ति शामिल हैं जिनका नेटवर्थ 25 करोड़ रुपए से अधिक है। रिपोर्ट के मुताबिक हालांकि, अति धनाढ्य व्यक्तियों की संख्या के साथ संपत्ति में वृद्धि की गति भी धीमी हुई है लेकिन अगले पांच साल में अति धनाढ़्य व्यक्तियों की कुल संपत्ति 319,000 अरब रुपए तक पहुंचने और उनकी संख्या 2.94 लाख तक पहुंच जाने का अनुमान है।
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