नई दिल्ली। देश की सॉफ्टवेयर इंडस्ट्री के जनक और देश की सबसे बड़ी आईटी कंपनी टीसीएस के संस्थापक एफ सी कोहली का आज निधन हो गया, वो 96 साल के थे। कोहली टीसीएस के पहले सीईओ भी थे। वो साल 1951 में टाटा इलेक्ट्रिक कंपनी में शामिल हुए। इसके बाद वो 1970 में कंपनी के निदेशक बने। बाद में उन्हें टीसीएस के पहले सीईओ के रूप में नियुक्त किया गया। साल 1999 में वो 75 वर्ष की आयु में सेवानिवृत्त हुए।
कोहली की पहचान एक काबिल टेक्नोक्रेट के रूप थी। उन्होने 1991 में आईबीएम को टाटा-आईबीएम के हिस्से के रूप में भारत लाने के निर्णय में अहम भूमिका निभाई थी। उनकी वजह से ही देश में आईटी सेक्टर की क्रांति देखने को मिली। उन्होने टीसीएस के पहले सीईओ के रूप में देश को 100 बिलियन डॉलर की आईटी इंडस्ट्री के निर्माण में मदद की। वो इसके अलावा सामाजिक कार्यो में भी आगे रहे। उन्होने ने एक वयस्क साक्षरता कार्यक्रम पर काम किया। कार्यक्रम के तहत जिन लोगों को कभी शिक्षा नहीं मिली उन्हें पढ़ाया गया।
कोहली के निधन पर इंडस्ट्री के दिग्गजों ने शोक जताया है। विप्रो के चेयरमैन अजीम प्रेमजी ने कहा कि कोहली भारतीय आईटी सेक्टर के लीडर थे, हम सब उनके दिखाए रास्ते पर ही चल रहे हैं। आईटी सेक्टर के लिए उनके योगदान को मापा नहीं जा सकता। टेक महिंद्रा के सीईओ सीपी गुरनानी ने लिखा कि ये भारतीय आईटी के लिए दुख का दिन है। वो सिर्फ टीसीएस के पहले सीईओ नहीं थे बल्कि उन्होने भारत की विकास गाथा का आधार रखी थी।