नई दिल्ली। भारत की सबसे बड़ी आईटी कंपनी टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेस (टीसीएस) के बोर्ड ने शुक्रवार को 16,000 करोड़ रुपए के शेयर बायबैक प्लान को अपनी मंजूरी दे दी है। यह कदम कंपनी के पास उपलब्ध अतिरिक्त नकदी को शेयरधारकों को वापस लौटाने के लिए उठाया गया है। कंपनी इस योजना के तहत 2100 रुपए प्रति शेयर के हिसाब से लगभग 7.6 करोड़ शेयर की पुर्नखरीद करेगी।
टीसीएस के प्रमोटर्स की कंपनी में 71.92 प्रतिशत हिस्सेदारी है। इस खबर के आने के बाद शुक्रवार को टीसीएस का शेयर 2.93 प्रतिशत उछलकर 1840 रुपए पर बंद हुआ, इसने कंपनी के मार्केट कैप को फिर से बढ़ाकर लगभग 7 लाख करोड़ रुपए पर पहुंचा दिया।
कंपनी ने बीएसई फाइलिंग में कहा है कि सेबी (बाय बैक ऑफ सिक्यूरिटीज) विनियम, 1998 में निहित प्रावधानों के अनुसार स्टॉक एक्सचेंज मैकेनिज्म का उपयोग करते हुए निविदा प्रस्ताव मार्ग के जरिये शेयरधारकों से आनुपातिक आधार पर शेयर पुर्नखरीद करने का प्रस्ताव है। कंपनी ने 13 जून को फाइलिंग में एक्सचेंज को बोर्ड बैठक में बायबैक प्रोग्राम पर विचार करने की सूचना दी थी।
पिछले साल, भारतीय आईटी कंपनियों ने शेयरधारकों को अतिरिक्त नकदी वापस करने के लिए शेयरों की पुर्नखरीद की थी। टीसीएस ने पिछले साल 16,000 करोड़ रुपए के शेयर पुर्नखरीद की घोषणा की थी। अप्रैल में इसने बोनस शेयर भी जारी किए थे।
इंफोसिस और विप्रो ने भी क्रमश: 13,000 करोड़ और 11,000 करोड़ रुपए की शेयर पुर्नखरीद की थी। शेयर बायबैक कंपनी की प्रति शेयर आय में सुधार करती है और कमजोर बाजार स्थितियों में मूल्य को बढ़ाने में मदद करती है।