नई दिल्ली। टर्नओवर और बाजार मूल्यांकन के हिसाब से भारत की सबसे बड़ी आईटी सर्विस कंपनी टीसीएस (टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेस) ने शुक्रवार को एक नया इतिहास रच दिया। आज से एक महीने पहले कंपनी ने 100 अरब डॉलर बाजार मूल्याकंन हासिल करने में सफलता हासिल की थी। शुक्रवार को सुबह के कारोबार में टीसीएस का बाजार मूल्याकंन 7 लाख करोड़ रुपए को पार कर गया। 7 लाख करोड़ रुपए के बाजार मूल्याकंन के साथ टीसीएस इस मुकाम पर पहुंचने वाली अकेली भारतीय कंपनी है। टाटा ग्रुप की फ्लैगशिप कंपनी टीसीएस ने इससे पहले 23 अप्रैल 2018 को पहली बार 100 अरब डॉलर का बाजार मूल्याकंन हासिल किया था।
टीसीएस के शेयरों में उस दिन से तेजी बनी हुई जब कंपनी ने पिछले वित्त वर्ष की चौथी तिमाही के नतीजे घोषित किए थे। आज बीएसई पर टीसीएस के शेयरों में 1.92 प्रतिशत का उछाल आया और यह अपने सर्वकालिक उच्च स्तर 3,674 रुपए पर पहुंच गया।
शेयरों में आई इस तेजी के साथ कंपनी के बाजार मूल्याकंन में 13,054 करोड़ रुपए का इजाफा हुआ। 3,674 रुपए प्रति शेयर के भाव पर टीसीएस का बाजार मूल्याकंन बढ़कर 7,03,117 करोड़ रुपए हो गया। इससे पहले गुरुवार को कंपनी का शेयर 3,604.8 रुपए पर बंद हुआ था और इसके हिसाब से उसका कुल बाजार मूल्याकंन 6,90,062 करोड़ रुपए था।
भारतीय शेयर बाजार में टीसीएस सबसे मूल्यवान कंपनी है। हालांकि मुकेश अंबानी के नेतृत्व वाली रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड ने पिछले एक साल में बाजार मूल्याकंन के मामले में टीसीएस को कई बार पछाड़ा है। बाजार मूल्याकंन के मामले में भारत की टॉप 10 कंपनियों की लिस्ट में टीसीएस टॉप पर है। इसके बाद रिलायंस इंडस्ट्रीज (5,80,361 करोड़), एचडीएफसी बैंक (5,15,733 करोड़), एचयूएल (3,38,024 करोड़),आईटीसी (3,35,374 करोड़), एचडीएफसी (3,02,896 करोड़), इंफोसिस (2,66,868 करोड़), मारुति सुजुकी (2,54,043 करोड़), कोटक महिंद्रा बैंक (2,43,102 करोड़) और भारतीय स्टेट बैंक (2,39,625 करोड़) का स्थान है।