नई दिल्ली। बिक्री के लिहाज से भारत की सबसे बड़ी सूचना प्रौद्योगिकी कंपनी टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेस (टीसीएस) ने मंगलवार को बताया कि चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में उसका कंसोलिडेटेड मुनाफा सालाना आधार पर 23.46 प्रतिशत बढ़कर 7,340 करोड़ रुपए रहा है। विश्लेषकों ने पहली तिमाही में 6,984.30 करोड़ रुपए के मुनाफे का अनुमान लगाया था। पिछले साल समान तिमाही में कंपनी को 5,945 करोड़ रुपए का शुद्ध लाभ हुआ था। क्रमिक आधार पर कपंनी का लाभ 6.31 प्रतिशत बढ़ा है।
वित्त वर्ष 2018-19 की पहली तिमाही के लिए कंपनी का समेकित राजस्व भी 15.80 प्रतिशत बढ़कर 34,261 करोड़ रुपए रहा, जो पिछले साल की समान तिमाही में 29,584 करोड़ रुपए था। कंपनी के निदेशक मंडल ने प्रति शेयर 4 रुपए का अंतरिम लाभांश देने की घोषणा की है। प्रस्तावित लाभांश के लिए रिकॉर्ड दिनांक 18 जुलाई, 2018 है, जबकि भुगतान तिथि 25 जुलाई है।
पहली तिमाही में कंपनी का एबिट मार्जिन 25 प्रतिशत रहा है। तिमाही आधार पर बीएफएसआई सेगमेंट से राजस्व में 8.32 प्रतिशत की वृद्धि हुई है, जबकि वार्षिक आधार पर यह वृद्धि 14.21 प्रतिशत है। टीसीएस के सीईओ और एमडी राजेश गोपीनाथन ने कहा कि हम नए वित्त वर्ष की शुरुआत एक मजबूत आंकड़ों के साथ कर रहे हैं, सभी सेगमेंट में कंपनी अच्छा प्रदर्शन कर रही है। हमारा बैंकिंग बिजनेस बहुत अच्छे से रिकवर हो गया है, जबकि अन्य इंडस्ट्री बिजनेस अपनी रफ्तार बनाए हुए हैं।