कोलकाता। अमेरिका के अर्थशास्त्री और नोबेल पुरस्कार विजेता जॉसेफ ई स्टिग्लिज (American economist and Nobel laureate Joseph E Stigliz) ने कोविड-19 महामारी से लड़ाई के लिए संसाधन जुटाने हेतु भारत में अमीरों पर अतिरिक्त टैक्स लगाने का सुझाव दिया है। उन्होंने कहा कि यदि भारत सरकार कोरोना वायरस महामारी को नियंत्रित करने के लिए आवश्यक कोष जुटाने में असफल रहती है तो उसे अमीरों पर टैक्स लगाना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि भारत सरकार को महामारी पर नियंत्रण हासिल करने के लिए खर्च करने में हिचकना नहीं चाहिए और कमजोर वर्ग की मदद करनी चाहिए।
फिक्की द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में स्टिग्लिज ने कहा कि अमेरिका और भारत कोरोना वायरस से निपटने में असफल रहे हैं। भारत में प्रवासी मजदूरों के छूट दिए जाने के चलते कोरोना वायरस बढ़ गया है। लिहाजा लॉकडाउन का फायदा भारत को नहीं मिल सका है। उन्होंने कहा कि अगर भारत सरकार कोविड-19 महामारी का मुकाबला करने के लिए जरूरी फंड जुटाने में असफल रहती है, तो उसे सबसे अमीर लोगों पर टैक्स लगाकर संसाधन जुटाने चाहिए। भारत को इस महामारी पर काबू पाने और कमजोर वर्ग की मदद करने के लिए खर्च करने से पीछे बिल्कुल नहीं हटना चाहिए।
आगे उन्होंने अपने भाषण में कहा कि फंड को कम असर वाले क्षेत्रों के बजाये अधिक असर वाले क्षेत्रों में खर्च करना चाहिए और अगर भारत के पास संसाधन नहीं हैं तो टैक्स बढ़ा देना चाहिए। क्योंकि भारत में बहुत से अरबपति हैं। उन्होंने नस्लवादी और विषमताकारी राजनीति के लिए अमेरिका की आलोचना की और कहा कि भारत में भी इसी तरह की विभाजनकारी राजनीति हो रही है। इससे समाज और अर्थव्यवस्था का नुकसान होता है।