मुंबई। टाटा स्टील ने कहा कि उसने ब्रिटेन की अपनी घाटे में चल रही इकाई की बिक्री के लिए सात बोली लगाने वालों में से किसी के चयन को लेकर कोई फैसला नहीं किया है। टाटा स्टील के ब्रिटेन स्थित इस्पात कारखाने को खरीदने के लिए सात खरीदारों ने बोली लगाई है। टाटा समूह ने ब्रिटेन कारखाने की अंतिम बोली के लिए सोमवार दोपहर तक का समय रखा था। उम्मीद की जा रही थी कि कंपनी आज होने वाली अपनी निदेशक मंडल की बैठक में बोली लगाने वाली कंपनी पर अंतिम निर्णय लेगी और उसे अलग छांट देगी। दूसरी ओर टाटा समूह की कंपनी टाटा स्टील का एकीकृत शुद्ध घाटा 31 मार्च 2016 को समाप्त चौथी तिमाही में कम होकर 3,123.76 करोड़ रुपए रहा।
टाटा स्टील के मुख्य वित्तीय अधिकारी कौशिक चटर्जी ने कहा, हमने अपनी ब्रिटेन स्थित इकाई के लिये किसी भी बोली लगाने वाले का चयन नहीं किया है। उन्होंने कहा, हम ब्रिटेन सरकार के साथ बातचीत कर रहे हैं। समझा जाता है कि टाटा स्टील के इस कारखाने की खरीद में भारतीय मूल के कारोबारी संजीव गुप्ता की लिबर्टी हाउस और एक प्रबंधन खरीदार समूह एक्सकैलीबर स्टील को इस सौदे में सबसे आगे माना जा रहा है। टाटा ने मार्च में अपनी ब्रिटेन की इकाई को बेचने की घोषणा की थी। इस्पात के दाम में दुनियाभर में गिरावट आने और चीन से सस्ते इस्पात का निर्यात बढ़ने की वजह से यह इकाई भारी घाटे में चल रही थी। इसकी वजह से ब्रिटेन में इस्पात कारखानों में काम करने वाले हजारों कर्मचारियों के सामने रोजगार का संकट खड़ा हो गया।
टाटा समूह की कंपनी टाटा स्टील का एकीकृत शुद्ध घाटा 31 मार्च 2016 को समाप्त चौथी तिमाही में कम होकर 3,123.76 करोड़ रुपए रहा। इससे पिछले साल इसी तिमाही में कंपनी को 5,702.28 करोड़ रुपए का घाटा हुआ था। इस दौरान हालांकि कंपनी की कुल एकीकृत आय 12 प्रतिशत घटकर 29,507.55 करोड़ रुपए रह गई। इससे पिछले साल इसी अवधि में कंपनी का कारोबार 33,666.18 करोड़ रुपए रहा था। कंपनी के आज जारी चौथी तिमाही परिणाम में कहा गया है कि उसके शुद्ध घाटे में यूरोपीय कारखाने से जुड़ी स्थिर परिसंपत्ति का 1,724.18 करोड़ रुपए का नुकसान भी शामिल है।