लंदन: टाटा स्टील ने यूरोप में करीब 1,200 नौकरियों की कटौती करने का फैसला लिया है। इनमें 1,100 से अधिक नौकरियों की कटौती ब्रिटेन में होगी। दरअसल कंपनी लंबे उत्पादों (लॉन्ग प्रोडक्ट्स) के यूरोपीय कारोबार में इस्पात की चादरों का विनिर्माण बंद करने जा रही है। इसकी मुख्य वजह चीन से सस्ते में आयात होने वाले स्टील को बता रही है। साथ ही कंपनी इसके पीछे बिजली की ऊंची लागत और पौंड की मजबूती को भी वजह बता रही है।
कंपनी ने अपने अधिकारिक बयान में कहा, इसके चलते टाटा स्टील को अपने लंबे उत्पादों के यूरोपीय कारोबार में बदलाव करना पड़ रहा है। प्रस्तावित बदलावों से करीब 1,200 नौकरियों की कटौती होगी। इनमें से 900 नौकरियों की कटौती स्कनथार्प और 270 स्काटलैंड में होंगी। इसके अलावा यूरोप में लंबे उत्पादों की साइटों पर छोटी संख्या में कुछ और कटौतियां होंगी। कंपनी ने कहा है कि विशेषरूप से चीन से सस्ते आयात की बाढ़ की वजह से बाजार की परिस्थितियों में बदलाव आया है। साथ ही पौंड की मजबूती व बिजली की उंची लागत की वजह से उसका कारोबार प्रभावित हुआ है। स्कनथार्प, डाल्जेल तथा क्लाइजब्रिज की प्लेट मिलों को एक प्रकार से बंद किया जाएगा। इसी तरह स्कनथोर्प स्टीलवक्र्स के दो में एक कोक ओवन को बंद किया जाएगा।
टाटा स्टील यूरोप के प्रमुख कार्ल कोहलर ने कहा, मुझे पता है कि सभी प्रभावितों के लिए यह खबर कितनी परेशान करने वाली है। हमने इन बदलावों को लाने से पहले सभी विकल्पों पर विचार किया है। हम प्रभावित कर्मचारियों और उनकी ट्रेड यूनियनों के प्रतिनिधियों से बातचीत कर रहे हैं। हम जहां तक संभव होगा कर्मचारियों को कहीं और लगाएंगे, जिसकी उनकी परेशानी को कम किया जा सके।
कोहलर ने कहा कि ब्रिटेन का इस्पात उद्योग चुनौतीपूर्ण बाजार परिस्थितियों की वजह से अपने बचाव के लिए संघर्ष कर रहा है। उद्योग की ब्रिटेन की अर्थव्यवस्था में संतुलन स्थापित करने में महत्वपूर्ण भूमिका है, लेकिन वृद्धि के लिए उसे अनुकूल प्रणाली की जरूरत है। कोहलर ने कहा कि यूरोपीय आयोग को इस अनुचित आयात से निपटने के लिए और कुछ करने की जरूरत है। इस दिशा में कोई कार्रवाई न किए जाने से यूरोपीय इस्पात उद्योग का भविष्य प्रभावित होगा। पिछले दो साल में यूरोप में इस्पात की चादरों का आयात दोगुना हुआ है। वहीं चीन से आयात चौगुना हो गया है जिससे इस्पात की कीमतों में भारी गिरावट आई है। लंबे उत्पाद कारोबार के कार्यकारी चेयरमैन बिमलेंद्र झा ने कहा, हम मुनाफे की स्थिति में लौटने के लिए यूरोप में सभी हिस्सों में लंबे उत्पादों के कारोबार के प्रदर्शन पर निगाह रखे हैं।
यह भी पढ़ें
Economic Slowdown: मंदी गहराने की आशंका, चीन की जीडीपी ग्रोथ 6 साल में सबसे कम