नई दिल्ली। टाटा संस नो-फ्रिल एयरलाइन एयर एशिया इंडिया में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाकर 49 फीसदी करेगी। टाटा संस अरुण भाटिया की टेलेस्ट्रा से अतिरिक्त शेयरों की खरीद करेगी। भाटिया अपने शेयर बेचकर इस ज्वाइंवट वेंचर से बाहर निकल जाएंगे। टेलेस्ट्रा ट्रेडप्लेस की इस लो-कॉस्ट एयरलाइन में तकरीबन 10 फीसदी हिस्सेदारी है। टाटा संस इसमें से 7.94 फीसदी हिस्सेदारी खरीदेगी, जबकि शेष हिस्सेदारी एयर एशिया के दो डायरेक्टर एस रामादोरई और आर व्यंकेटरमन अपनी व्यक्तिगत पूंजी से खरीदेंगे।
रामादोरई एयर एशिया इंडिया के चेयरमैन हैं। वह 0.5 फीसदी और व्यंकेटरमन 1.5 फीसदी शेयर खरीदेंगे। अरुण भाटिया ने एयर एशिया के प्रदर्शन पर नाराजगी जताई है और वह इसे छोड़ना चाहते हैं। इस घटना के बाद ही टाटा संस ने अतिरिक्त हिस्सेदारी खरीदने का फैसला किया है। इसके अलावा पिछले कुछ महीनों से एयरलाइन पर नियंत्रण और मालिकाना हक को लेकर भी हिस्सेदारों के बीच बहस चल रही थी।
पिछले महीने, एयरलाइन ने मिट्टू चांडियान की जगह अमर अब्रोल को अपना नया सीईओ नियुक्त किया है। आज जारी एक विज्ञप्ति में टाटा संस ने कहा कि है कि वह टेलेस्ट्रा से 7.94 फीसदी इक्विटी हिस्सेदारी का अधिग्रहरण कर एयर एशिया में अपनी हिस्सेदारी 41.06 फसीदी से बढ़ाकर 49 फीसदी करेगी। इसमें आगे कहा गया है कि एस रामादोरई और आर व्यंकेटरमन अपनी व्यक्तिगत क्षमता से क्रमश: 0.5 फीसदी और 1.5 फीसदी हिस्सेदारी खरीदेंगे, जबकि टेलेस्ट्रा की दो फीसदी हिस्सेदारी कंपनी में बनी रहेगी। यह सौदा अगले महीने तक पूरा होने की उम्मीद है, इस सौदे को नियामकीय मंजूरी लेने की जरूरत होगी। मलेशिया की एयरएशिया बेरहाद की एयरलाइन में 49 फीसदी हिस्सेदारी बनी रहेगी।