नई दिल्ली। विस्तारा एयरलाइंस के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) लेजली थंग ने कहा कि एयर इंडिया के विनिवेश के मुद्दे पर टाटा संस और सिंगापुर एयरलाइंस विचार कर सकती है और यह देखा जाएगा कि क्या इसमें उसके लिए कोई व्यावसायिक संभावना बन रही है। विस्तार, टाटा और सिंगापुर एयरलाइंस का संयुक्त उद्यम है।
थंग ने संवावददाताओं से कहा कि दोनों प्रवर्तक टाटा संस और सिंगापुर एयरलाइंस एयर इंडिया के मुद्दे पर विचार कर सकते हैं। इसका अर्थ है, वे मूल्यांकन करेंगे कि इसमें कोई व्यावसायिक संभावना है या नहीं। हालांकि, उन्होंने यह स्पष्ट नहीं किया कि दोनों कंपनियां संयुक्त रूप से एयर इंडिया के लिए बोली लगाएंगी या अलग-अलग।
उन्होंने कहा कि इस समय दोनों प्रवर्तकों का ध्यान विस्तारा के अंतरराष्ट्रीय उड़ान और विमानों के बेड़े के विस्तार पर है। उल्लेखनीय है कि सरकारी विमानन कंपनी एयर इंडिया पर 52,000 करोड़ रुपए का कर्ज है। सरकार ने इसके विनिवेश की इजाजत दे दी है। वर्तमान में विस्तारा के बेड़े में 17 विमान हैं और कंपनी का लक्ष्य मार्च तक बढ़ाकर इसे 20 करने का है। कंपनी मई तक अपना 21वां विमान भी परिचालन में ले आएगी।
टाटा संस के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन ने पिछले साल एक टीवी चैनल पर कहा था कि एयर इंडिया के विनिवेश में उनका ग्रुप जरूर भागीदारी करेगा। अक्टूबर में चंद्रशेखरन ने कहा था कि जिस प्रकार अन्य कारोबार को हम देखते हैं उसी गहनता से हम एयर इंडिया के विनिवेश को भी देख रहे हैं और इस पर हमारी पूरी नजर बनी हुई है।