नई दिल्ली। ऑटो प्रमुख टाटा मोटर्स ने मंगलवार को बताया कि चालू वित्त वर्ष की जून तिमाही में उसे 1863.57 करोड़ रुपए का शुद्ध घाटा हुआ है। कंपनी ने बताया कि उसकी यूके सब्सिडियरी जेएलआर को हुए नुकसान की वजह से यह घाटा हुआ है। पिछले साल की समान तिमाही में कंपनी को 3,199.93 करोड़ रुपए का लाभ हुआ था।
समीक्षाधीन अवधि में कंपनी का राजस्व बढ़कर 65,956.78 करोड़ रुपए हो गया, जो एक साल पहले की समान तिमाही में 58,766.07 करोड़ रुपए था। भारती ऑटो कंपनी की लग्जरी यूनिट जगुआर लैंड रोवर को जून तिमाही में 21 करोड़ पाउंड का घाटा हुआ है। जेएलआर का राजस्व सालाना आधार पर 6.7 प्रतिशत घटकर 5.2 अरब पाउंड रह गया। बिक्री में गिरावट और चीन में अधिक इनसेंटिव देने की वजह से उसे भारी नुकसान हुआ है। कंपनी के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन ने कहा कि जेएलआर के सामने एक साथ कई चुनौतियां आईं जिसमें चीन का ड्यूटी इम्पैक्ट के साथ ही साथ यूके और यूरोप में डीजल को लेकर बाजार चिंताएं शामिल हैं।
टाटा मोटर्स के भारतीय परिचालन का राजस्व सालाना आधार पर 83 प्रतिशत बढ़कर 16,830 करोड़ रुपए रहा। टैक्स के बाद लाभ 1188 करोड़ रुपए रहा। टाटा मोटर्स ने बताया कि जून तिमाही में उसका शुद्ध कर्ज बढ़कर 62,436 करोड़ रुपए हो गया, जो इससे पहले की मार्च तिमाही में 39,977 करोड़ रुपए था। कर्ज में यह वृद्धि टाटा मोटर्स और जेएलआर दोनों में नकारात्मक फ्री कैश फ्लो और लगातार निवेश की वजह से हुई है।