मुंबई। घरेलू वाहन कंपनी टाटा मोटर्स का एकीकृत शुद्ध लाभ दिसंबर तिमाही में 96.22 प्रतिशत घटकर 111.57 करोड़ रुपए रह गया। घरेलू परिचालन में घाटे तथा ब्रितानी इकाई जेएलआर के मुनाफे में कमी का असर आलोच्य तिमाही में टाटा मोटर्स के वित्तीय परिणामों पर रहा।
टाटा मोटर्स ने बीएसई को सूचित किया है कि उसने पूर्व वित्त वर्ष की इसी तिमाही में 2,952.67 करोड़ रुपए का शुद्ध लाभ कमाया था। अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में कंपनी की एकीकृत बिक्री 2.2 प्रतिशत घटकर 67,864.95 करोड़ रुपए रही।
- एकल आधार पर 2016-17 की तीसरी तिमाही में टाटा मोटर्स का कर बाद घाटा बढ़कर 1046 करोड़ रुपए हो गया, जो कि एक साल पहले 137 करोड़ रुपए था।
- कंपनी का कहना है कि उसकी ब्रितानी इकाई जगुआर लैंड रोवर ने इस दौरान 13.1 प्रतिशत बढ़ोतरी के साथ 653.7 करोड़ पौंड की बिक्री अर्जित की। पिछले साल समान तिमाही में यह 578.1 करोड़ पौंड थी।
- चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही के लिए जेएलआर का टैक्स के बाद लाभ 16.7 करोड़ पौंड रहा, जो कि पिछले साल की समान तिमाही में 44.0 करोड़ पौंड था।
- टाटा मोटर्स ने कहा कि 2016-17 की तीसरी तिमाही के दौरान नोटबंदी की वजह से उसके वाणिज्यिक वाहनों की मांग घटी है।
- मध्यम और भारी वाणिज्यिक वाहनों की बिक्री पर नोटबंदी का सबसे ज्यादा असर पड़ा और इनकी बिक्री 9 प्रतिशत घटी।
- हल्के वाणिज्यिक वाहनों की बिक्री इस दौरान पिछले साल के समान ही रही।
- यात्री वाहन की बिक्री 25.4 प्रतिशत बढ़ी, जिसमें टियागो ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।