नई दिल्ली। घरेलू ऑटो कंपनी टाटा मोटर्स का चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में मुनाफा 41.54 प्रतिशत बढ़कर 3,199.93 करोड़ रुपए हो गया है। जेएलआर पेंशन प्लान में बदलाव करने से हुए एक बारगी फायदे से कंपनी का मुनाफा बढ़ा है। पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में टाटा मोटर्स को 2,260.4 करोड़ रुपए का शुद्ध लाभ हुआ था।
आलोच्य तिमाही में परिचालन से आय 59,818.22 करोड़ रुपए रही, जो पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 66,165.89 करोड़ रुपए थी। इस तरह इसमें पिछले साल की तुलना में अप्रैल-जून 2017 में 9.59 प्रतिशत की गिरावट आई है। टाटा मोटर्स ने कहा है कि टैक्स पूर्व समेकित लाभ में जगुआर लैंड रोव पेंशन प्लान में बदलाव करने से हुआ एक बारगी 3,609.89 करोड़ रुपए का लाभ भी शामिल है। अप्रैल-जून 2017 तिमाही में कॉमर्शियल और पैसेंजर व्हीकल का एक्सपोर्ट समेत कुल बिक्री 1,11,860 यूनिट रही, जो पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही की तुलना में 11.8 प्रतिशत कम है।
घरेलू बाजार में कंपनी के मीडियम और हैवी कॉमर्शियल व्हीकल सेगमेंट की वृद्धि नकारात्मक रही है, जबकि लाइट कॉमर्शियल सेगमेंट में वृद्धि समानांतर रही है। पैसेंजर व्हीकल सेगमेंट में मामूली वृद्धि दर्ज की गई है। टाटा मोटर्स के एमडी और सीईओ गुंटेर बुश्चेक ने कहा कि हालांकि पहली तिमाही के परिणाम हमारी उम्मीद के मुताबिक नहीं हैं, हम अपने कॉमर्शियल और पैसेंजर व्हीकल बिजनेस के प्रदर्शन को सुधारने के लिए नए फोकस और ऊर्जा के साथ काम करेंगे।
एकल आधार पर देखा जाए तो टाटा मोटर्स को चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में 467.05 करोड़ रुपए का घाटा हुआ है। वित्त वर्ष 2016-17 की पहली तिमाही में कंपनी को 25.75 करोड़ रुपए का लाभ हुआ था। ब्रिटिश कंपनी जेएलआर का राजस्व इस दौरान 5.6 अरब पाउंड रहा। जेएलआर का टैक्स पूर्व लाभ 59.5 करोड़ पाउंड रहा।