नई दिल्ली। टाटा मोटर्स ने मार्कोपोलो बस के निर्माण से जुड़ी कर्नाटक के धारवाड़ स्थित यूनिट को बंद करने का फैसला लिया है। टाटा मार्कोपोलो मोटर्स की यह यूनिट डीटीसी और दूसरे परिवहन निगमों के लिए लोफ्लोर और अन्य सिटी बसें बनाती है। इस प्लांट में वेतन वद्धि की मांग को लेकर कर्मचारियों हड़ताल पर हैं। जिसके बाद कंपनी ने अब संयंत्र में तालाबंदी की घोषणा की गई। यह कंपनी का सबसे नया मैन्युफैक्चरिंग प्लांट है।
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तस्वीरों में देखिए ऑटो एक्सपो में टाटा मोटर्स की कारों की झलक
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31 जनवरी से काम पर नहीं आ रहे कर्मचारी
कंपनी ने कहा कि कर्मचारी 31 जनवरी, 2016 को अवैध हड़ताल पर उतारू हो गए और बड़ी संख्या में कर्मचारी काम पर नहीं आए जिससे संयंत्र के प्रबंधन को एक फरवरी को परिचालन अस्थायी रूप से बंद करने को बाध्य होना पड़ा। टाटा मोटर्स के एक प्रवक्ता ने कहा, लगातार बिगड़ती स्थिति एवं लोगों और उपकरणों की सुरक्षा को खतरा पैदा होने के मददेनजर कंपनी ने तालाबंदी की घोषणा की है।
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15000 बसों का होता है निर्माण
धारवाड़ संयंत्र की क्षमता सालाना 15,000 से अधिक बसों का विनिर्माण करने की है। उत्तरी कर्नाटक क्षेत्र में स्थित इस संयंत्र में रोजाना 60 बसों का निर्माण होता है, जो देसी बाजार के साथ-साथ श्रीलंका व बांग्लादेश जैसे बाजारों के लिए भी बसें तैयार करता है। यहां 2500 से ज्यादा कर्मचारी काम करते हैं। करीब 5000 लोग एंसिलरी उद्योग में काम करते हैं, जो इस फैक्टरी को मोटर पार्ट मुहैया कराते हैं।