नई दिल्ली। टाटा मोटर्स और किंगफिशर एयरलाइंस समेत कुल चार कंपनियों पर भारी-भरकम टैक्स बकाया है। इन चारों कंपनियों में से प्रत्येक पर 1000 करोड़ रुपए का इनडायरेक्ट टैक्स बकाया है। वित्त राज्य मंत्री संतोष कुमार गंगवार ने शुक्रवार को यह जानकारी संसद में दी।
- टाटा मोटर्स पर 91 मामलों में 629.76 करोड़ रुपए की एक्साइज ड्यूटी बकाया है।
- 5 मामलों में 516.09 करोड़ रुपए का सर्विस टैक्स बकाया है।
- इस तरह टाटा मोटर्स पर कुल बकाया राशि 1,145.85 करोड़ रुपए है।
- विजय माल्या प्रवर्तित किंगफिशर एयरलाइंस, जो अब बंद पड़ी है, पर सर्विस टैक्स और जुर्माने के तौर पर 1,012.96 करोड़ रुपए बकाया है।
- 1-1 हजार करोड़ रुपए का टैक्स बकाया वाली अन्य दो कंपनियों में कर्नाटक इंडस्ट्रियल एरिया डेवलपमेंट बोर्ड और कर्नाटक हाउसिंग बोर्ड हैं।
- कर्नाटक इंडस्ट्रियल एरिया डेवलपमेंट बोर्ड पर केंद्र सरकार का कुल 2,590 रुपए का टैक्स बकाया है।
- इसी प्रकार कर्नाटक हाउसिंग बोर्ड पर 1,083 करोड़ रुपए का टैक्स बकाया है, जो उसने नहीं चुकाया है।
- डायरेक्ट टैक्स के मामले में उन्होंने बताया कि जून 2016 तक 80 मामले ऐसे थे, जिनमें प्रत्येक में टैक्स मांग 1000 करोड़ रुपए से अधिक है।
- इस तरह इन पर कुल डायरेक्ट टैक्स 4.53 लाख करोड़ रुपए वसूला जाना बाकी है।
- उन्होंने कहा कि इनकम टैक्स एक्ट 1961 की धारा 138 के तहत मामलों की विस्तृत जानकारी देना प्रतिबंधात्मक है।