नई दिल्ली। एक जुलाई से देश में लागू होने वाले नई अप्रत्यक्ष टैक्स व्यवस्था गुड्स एंड सर्विसेस टैक्स (जीएसटी) में छोटे उद्यमियों और दुकानदारों की मदद करने के लिए देश की सबसे बड़ी ट्रेड बॉडी कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (सीएआईटी), दुनिया की बड़ी पर्सनल कम्प्यूटर निर्माता एसर और भारत की प्रमुख बिजनेस सॉफ्टवेयर सेवा प्रदाता टैली ने संयुक्त रूप से बिजगुरु को पेश करने की घोषणा की।
तेजस ने बताया कि वर्तमान में टैली के देशभर में 11 लाख लाइसेंस सब्सक्राइबर्स हैं, जिनको यह नया सॉफ्टवेयर फ्री में अपग्रेड कर दिया जाएगा। वहीं इतनी ही संख्या में बिना लाइसेंस वाले सब्सक्राइबर्स हैं, जो कुछ शुल्क देकर नया सॉफ्टवेयर हासिल कर सकते हैं।
एसर इंडिया के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक हरीश कोहली ने बताया कि बिजगुरु जैसे जीएसटी समाधान को लाकर हम बहुत प्रसन्न हैं और टैली व सीएआईटी के सहयोग से हम नए ग्राहकों तक अपनी पहुंच बनाने में सफल होंगे। उन्होंने कहा कि जीएसटी की वजह से उनकी कंपनी की बिक्री में इजाफा होगा। कोहली ने बताया कि एसर का नया सिस्टम खरीदने के लिए व्यापारी या दुकानदार को कहीं जाने की जरूरत नहीं है, वह केवल अपनी संस्था को अपनी जरूरत बताएगा और पैसे भी वहीं जमा कराएगा, कंपनी उसकी जरूरत के अनुरूप प्रोडक्ट को उसके स्थान पर पहुंचाएगी और से पूरा सपोर्ट भी देगी।