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एनएसईएल घोटाला: कालाधन लाने वाले ब्रोकर जांच के दायरे में

एनएसईएल में 5,600 करोड़ रुपए के भुगतान संकट की जारी जांच के दौरान विभिन्न ब्रोकरों की सहायक इकाइयों ने कालेधन को देश में लाने के संबंध में साक्ष्य मिले हैं।

Dharmender Chaudhary
Updated : April 11, 2016 10:49 IST
एनएसईएल घोटाला: जांच के दायरे में कालाधन लाने वाले ब्रोकर्स, ग्राहकों के नाम फर्जी लेजर खाते किए थे तैयार
एनएसईएल घोटाला: जांच के दायरे में कालाधन लाने वाले ब्रोकर्स, ग्राहकों के नाम फर्जी लेजर खाते किए थे तैयार

नई दिल्ली। एनएसईएल में 5,600 करोड़ रुपए के भुगतान संकट की जारी जांच के बीच जांचकर्ताओं को विभिन्न ब्रोकरों की सहायक इकाइयों द्वारा कालेधन को देश में लाने के संबंध में नए साक्ष्य मिले हैं। ये ऐसे ब्रोकर हैं जिन्होंने स्पॉट एक्सचेंज के प्लेटफार्म पर कारोबार किया था। नेशनल स्पॉट एक्सचेंज लिमिटेड (एनएसईएल) में 2013 में सामने आए इस घोटाले के विभिन्न पहलुओं की जांच सेबी सहित विभिन्न नियामकों व एजेंसियों द्वारा की जा रही है। बंबई उच्च न्यायालय ने भी जांच के लिए एक उच्च स्तरीय समिति गठित कर रखी है।

एक अंतरिम आदेश में इस समिति ने ब्रोकरों एवं विभिन्न निवेशकों के धन के स्रोत की आगे जांच किए जाने का पक्ष लिया है। सूत्रों ने कहा कि इस समिति के अलावा अन्य नियामकों व जांच एजेंसियों को विभिन्न निवेशकों द्वारा जमा किए गए विवरणों व आंकड़ों में बड़ी विसंगतियां देखने को मिली हैं। इनमें गलत पैन नंबर जमा करना शामिल है जिससे धन के स्रोत के बारे में संदेह पैदा होता है, जबकि ब्रोकरों द्वारा जमा किए गए अधिकार पत्रों व कारोबार क्रियान्वयन दस्तावेजों पर भी सवाल खड़े किए गए हैं।

एक वरिष्ठ नियामकीय अधिकारी ने कहा कि एनएसईएल मामला इस मायने में बहुत अनूठा है कि इसमें ब्रोकर खुद वास्तविक निवेशक प्रतीत होते हैं। उसने कहा कि इस बात की भी शिकायतें आई हैं कि कुछ ब्रोकरों ने अपने ग्राहकों के नाम फर्जी लेजर खाते तैयार किए, जबकि इस बात की जानकारी ग्राहकों को नहीं थी।

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