मुंबई: देश के आतिथ्य क्षेत्र के अगले चार सालों में सालाना 9 से 10 प्रतिशत की रफ्तार से आगे बढ़ने की उम्मीद है। घरेल मांग में तेजी और आपूर्ति में कमी इसकी वजह रही। रेटिंग एजेंसी इक्रा ने अपनी रिपोर्ट में यह बात कही। एजेंसी को उम्मीद है कि होटल उद्योग की आय में सुधार होगी एवं मार्जिन बढ़ेगा और उसकी वृद्धि दर अगले चार सालों में औसतन 9-10 प्रतिशत रहेगी। चालू वित्त वर्ष 2018-19 में यह वृद्धि 10-12 प्रतिशत रहने की उम्मीद है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि हवाई संपर्क में वृद्धि और घरेलू यात्रियों की ओर से छट्टी मनाने जाने की इच्छा से वित्त वर्ष 2018-19 में घरेलू मांग में वृद्धि जारी रहेगी। इसके अलावा, कंपनियों के मजबूत प्रदर्शन से भी घरेलू मांग को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है। हालांकि, आपूर्ति के मोर्चे पर मध्यम अवधि में मांग में कमी आने की संभावना है। आपूर्ति अगले पांच साल में सुस्त होकर 3.6 प्रतिशत की दर से आगे बढ़ेगी।
लेकिन संपत्ति के चलते स्थिति में सुधार होने की उम्मीद है और 12 प्रमुख शहरों में प्रीमियम कमरों की संख्या 2017-18 में 82,800 से बढ़कर 2022-23 तक 98,900 रहने की उम्मीद है। रिपोर्ट में कहा गया कि आपूर्ति में वृद्धि में कमी की वजह से मांग में तेजी आने की उम्मीद है।