नई दिल्ली। इंटरनेशनल चैंबर ऑफ कामर्स (आईसीसी) के चेयरमैन सुनील मित्तल ने संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस से आज मुलाकात की। मित्तल ने सतत विकास लक्ष्य में वैश्विक कंपनियों की भूमिका पर चर्चा की। आईसीसी के बयान के अनुसार दोनों ने लोकलुभावन और वैश्वीकरण के खिलाफ बढ़ती प्रवृत्ति से उत्पन्न चुनौतियों पर बातचीत की।
इंटरनेशनल चैंबर ऑफ कामर्स को पिछले साल दिसंबर में पर्यवेक्षक दर्जा दिए जाने के बाद मित्तल की संयुक्त राष्ट्र महासचिव के साथ पहली बैठक है। बैठक न्यूयार्क में संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में हुई। बयान के अनुसार बैठक के दौरान मित्तल ने आईसीसी को दिए गए दर्जे का उपयोग वैश्विक कंपनियों के संसाधनों, विशेषज्ञता और ज्ञान का उपयोग संयुक्त राष्ट्र सतत विकास लक्ष्यों (एसडीजी) को हासिल करने में किये जाने को लेकर प्रतिबद्धता जतायी। मित्तल दूरसंचार कंपनी भारतीय एयरटेल के चेयरमैन भी हैं।
उन्होंने कहा, महासचिव ने एसडीजी के प्रति आईसीसी की प्रतिबद्धता का स्वागत किया और कहा कि जलवायु परिवर्तन और बड़े पैमाने पर पलायन जैसी वैश्विक चुनौतियों के समाधान के लिये निजी क्षेत्र की भागीदारी महत्वपूर्ण है।
विकसित देशों को अपनी सीमाएं सील नहीं करने दे संयुक्त राष्ट्र: मित्तल
मित्तल ने कहा है कि संयुक्त राष्ट्र को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि विकसित देश वैश्विक व्यापार को लेकर अपने दरवाजे बंद नहीं करें। मित्तल के अनुसार संयुक्त राष्ट्र को यह सुनिश्चित करने के लिए अपने सभी प्रदत्त अधिकारों का इस्तेमाल करना चाहिए और यह भी सुनिश्चित करना चाहिए कि विकसित देश लोगों के आवागमन के लिए अपनी सीमाएं सील नहीं करें।