नई दिल्ली। वैश्विक सर्च इंजन गूगल का सीईओ बनने के बाद पहली बार भारत यात्रा पर आए सुंदर पिचाई ने गूगल की भारत से जुड़ी तमाम योजनाओं के बारे में बताया। पिचाई प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ मुलाकात करेंगे, साथ ही राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी के साथ डिनर भी करेंगे। इसके बाद पिचाई केंद्र सरकार के कुछ मंत्रियों से भी मुलाकात करेंगे। वहीं, पिचाई गुरुवार को दिल्ली के श्रीराम कॉलेज ऑफ कॉमर्स के स्टूडेंट्स से भी मुलाकात करेंगे।
महिलाओं की मुट्ठी में होगा इंटरनेट
सुंदर पिचाई ने महिलाओं को इंटरनेट से जोड़ने की योजना के बारे में बताया कि गूगल भारत के 3 लाख गांवों में रहने वाली महिलाओं को इंटरनेट से जुड़ने में मदद करेगा। गूगल ने इस बारे में ‘इंटरनेट साथी’ नाम का एक वीडियो भी जारी किया। उन्होंने बताया कि गूगल के कर्मचारी वर्तमान में पायलट परियोजना के तहत 1000 गांवों में महिलाओं को इंटरनेट का प्रशिक्षण दे रहे हैं। पिचई ने कहा कि पायलट परियोजना के बाद हम अगले तीन साल में कार्यक्रम का विस्तार कर इसके दायरे में तीन लाख गांवों को लाएंगे।
स्थानीय भाषाओं में चलेगा गूगल
गूगल पिछले काफी समय से एंड्रॉयड फोन पर स्थानीय भाषाओं में लिखने की सुविधा दे रहा है। गूगल ने लावा और इंटेक्स जैसी देशी स्मार्टफोन निर्माताओं से भी गूगल इंडिक कीबोर्ड को अपनाने को कहा है, जिससे सभी एंड्रॉयड फोनों में स्थानीय भाषा में लिखने की सुविधा मिल सके। गूगल इंडिक कीबोर्ड फिलहाल 11 स्थानीय भाषाओं में लिखने की सुविधा देता है।
2016 तक 100 रेलवे स्टेशनों पर वाई-फाई
साल 2016 तक भारतीय रेलवे के 100 रेलवे स्टेशनों को वाई-फाई इंटरनेट सुविधा से लैस किए जाने की योजना है। इस योजना के तहत गूगल 100 स्टेशनों को साल 2016 तक और 400 स्टेशनों को साल 2017 के अंत तक वाई-फाई इंटरनेट से जोड़ देगा। ये विश्व का सबसे बड़ा सार्वजनिक वाई-फाई प्रोजेक्ट होगा जो जनवरी 2016 से मुंबई सेंट्रल स्टेशन को वाई-फाई बनाने के साथ शुरू होगा। इसे रेलवे के उपक्रम रेलटेल के साथ मिल कर लागू किया जा रहा है। भारतीय रेल की दूरसंचार इकाई, रेलटेल ने गूगल इंडिया की अनुषंगी इकाई के साथ समझौता किया है, जिसके तहत देश भर के 400 स्टेशन में वाई-फाई की व्यवस्था की जाएगी।
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सबसे आगे होंगे हिंदुस्तानी एंड्रॉयड यूजर्स
सुंदर पिचाई ने कहा कि जल्द ही एंड्रॉयड यूजर्स की संख्या के लिहाज से भारत दुनिया में शीर्ष पर होगा। उन्होंने कहा कि गूगल स्लो-स्पीड इंटरनेट और खराब नेटवर्क वाले क्षेत्रों में भी अपनी सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए काम कर रहा है।
भारत में भी शुरू होगा प्रोजेक्ट लून
सुंदर पिचाई ने कहा कि गूगल द्वारा सस्ता इंटरनेट उपलब्ध कराने वाला प्रोजेक्ट ‘लून’ अब भारत में भी जल्द शुरू किया जाएगा। पिचाई ने कहा कि प्रोजेक्ट लून के तहत आकाश में गुब्बारे छोड़े जाएंगे, जिससे ग्रामीण क्षेत्रों तक पहुंचा जा सके। कंपनी दुनिया भर में नए इंटरनेट ढांचे के निर्माण और उसे लगाने को लेकर काफी इच्छुक है। हमारे पोर्टफोलियो में जो प्रौद्योगिकियां हैं उनमें प्रोजेक्ट लून शामिल है। इस परियोजना के तहत हम दुनियाभर में स्थानीय दूरसंचार ऑपरेटरों के साथ काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि उंचाई वाले इन गुब्बारों का परीक्षण कर रहे हैं, जो एक प्रकार से हवा में तैरते मोबाइल टॉवरों की तरह काम करेंगे।
गूगल का अगला कैम्पस हैदराबाद
सुंदर पिचाई ने कहा कि गूगल का अगला कैम्पस हैदराबाद में बनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि भारत के लिए प्रोडक्ट बनाने के मकसद से हैदराबाद में हम इंजीनियरिंग प्रेजेंस बढ़ाएंगे। इसके लिए हायरिंग जल्द शुरू हो सकती है। हाल में ही गूगल ने व्हिसलिंग वुड के साथ गूगल पार्टनरशिप की है ताकि देश में कंटेंट क्रिएटर्स डेवलप किए जा सकें।