नई दिल्ली। फार्मा सेक्टर से जुड़ी देश की बड़ी कंपनी सन फार्मा ने अपने 15 उत्पादों के साथ अमेरिका स्थित अपने विनिर्माण केन्द्रों में से दो को फ्रांटिडा बायोफार्म को बेच दिया। इस सौदे की राशि का खुलासा नहीं किया गया है। वहीं दूसरी ओर इसी क्षेत्र से जुड़ी देश की दूसरी बड़ी कंपनी ल्युपिन ने इस साल अमेरिका में 25-30 दवाएं पेश करने का लक्ष्य रखा है।
सन फार्मा ने बेचे अपने दो प्लांट
सन फार्मा ने एक नियामकीय सूचना में कहा कि अमेरिका में अपनी विनिर्माण गतिविधियों के सुदृढ़ीकरण के तहत कंपनी के पूर्ण स्वामित्व वाली एक सहायक कंपनी ने फिलाडेल्फिया और औरोरा स्थित दो विनिर्माण केन्द्र को 15 संबंधित फार्मास्युटिकल उत्पादों के साथ फ्रांटिडा बायोफार्म इंक के साथ एक समझौता किया है। इसमें कहा गया है, सौदे के तहत फ्रांटिडा ने इन कारखानों में सन फार्मा के लिये कुछ उत्पादों का विनिर्माण अनुबंध के आधार पर पूर्वनिधारित अवधि के लिये करते रहने पर सहमति जताई है। कंपनी ने हालांकि इस संबंध में कोई भी वित्तीय ब्यौरा नहीं दिया है। अमेरिका की इस कंपनी ने सभी उत्पादन, गुणवत्ता और प्रशासनिक विभाग के कर्मियों को रोजगार मुहैया कराने पर भी सहमति जताई है।
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ल्यूपिन का इस साल अमेरिका में 25-30 दवाएं पेश करने का लक्ष्य
ल्युपिन चालू वित्त वर्ष में अमेरिकी बाजार में 30 दवाएं पेश करने की उम्मीद है जबकि उसे अमेरिकी खाद्य एवं दवा प्रशासन से करीब 160 दवाओं के लिए मंजूरी मिलने की उम्मीद है।
मुंबई की कंपनी ने कहा कि अमेरिकी स्वास्थ्य नियामक को भारत और विदेश दोनों इकाइयों से दवाओं के लिए आवेदन दिए गए हैं। ल्यूपिन समूह की मुख्य कार्यकारी विनीता गुप्ता ने विश्लेषकों से कहा, हम लगभग 25 से 30 दवाएं पेश करने पर विचार कर रहे हैं।
भावी उत्पादों के बारे में ल्यूपिन समूह के प्रबंध निदेशक नीलेश गुप्ता ने कहा, भारत से करीब 100 दवाओं के लिए आवेदन लंबित हैं और इसमें से करीब आवेदन गोवा से हैं। कुल मिलाकर ल्युपिन और उसके द्वारा अधिगृहीत कंपनी गेविस के 160 उत्पादों के आवेदन यूएसएफडीए के पास लंबित हैं।
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