नई दिल्ली। चालू विपणन वर्ष 2018-19 में देश का चीनी उत्पादन पिछले विपणन वर्ष से कुछ अधिक 321 लाख टन रह सकता है। एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। अधिकारी ने चीनी मिलों के संगठन इस्मा की पिछले कुछ विपणन वर्ष से गलत पूर्वानुमान जारी करने के लिए आलोचना भी की।
इस्मा ने 29 अक्टूबर को चीनी उत्पादन पूर्वानुमान संशोधित कर 350 लाख टन से तीन प्रतिशत घटाकर 315 लाख टन कर दिया था। अधिकारी ने कहा कि पिछले साल इस्मा ने पहले 270 लाख टन का अनुमान जताया और बाद में इसे 320 लाख टन कर दिया। अब इस साल उनका पहला अनुमान अधिक था, जिसे बाद में कम कर दिया गया। इससे पता चलता है कि वे महज कयास लगा रहे हैं और किसी तर्क से काम नहीं ले रहे हैं।
उन्होंने कहा कि सरकार को कुल चीनी उत्पादन पिछले विपणन वर्ष की तुलना में कुछ अधिक रहने का अनुमान है। अधिकारी ने कहा कि महाराष्ट्र और उत्तरप्रदेश में गन्ना फसल को नुकसान की खबरें हैं लेकिन अन्य राज्यों में बुवाई अधिक होने से इसकी भरपाई हो जाएगी।
अधिकारी ने कहा कि यदि उत्पादन कुछ कम भी रहा तो चिंता की कोई बात नहीं है, क्योंकि पिछले साल का भारी भंडार बाजार की जरूरतों के लिए उपलब्ध रहेगा।