नई दिल्ली। इंडियन शुगर मिल्स एसोसिएशन (इस्मा) ने मौजूदा विपणन सीजन देश के चीनी उत्पाद अनुमान को लगभग 10 लाख टन घटाकर 2.5 करोड़ टन कर दिया है। इस्मा ने गन्ने की कम उपलब्धता के मद्देनजर चीनी उत्पादन अनुमान में यह बदलाव किया है।
चीनी विपणन सीजन सितंबर में समाप्त होगा। इस्मा ने इससे पहले अक्टूबर-सितंबर (2015-16) में देश में चीनी का उत्पादन 2.6 करोड़ टन रहने का अनुमान लगाया था। यह पूर्व वित्त वर्ष में 2.83 करोड़ टन था। उल्लेखनीय है कि ब्राजील के बाद भारत दूसरा सबसे बड़ा चीनी उत्पादक है। उत्पादन में 12 फीसदी के अनुमानित गिरावट के बावजूद इस्मा ने कहा कि सितंबर के आखिर में भारत का चीनी भंडार लगभग 70 लाख टन होगा।
इस्मा का नया अनुमान सरकार के 2.56 करोड़ टन के अनुमान से कम है। अक्टूबर-अप्रैल की अवधि में उत्पादन 11 फीसदी घटकर 2.46 करोड़ टन रहा। इस्मा के बयान के अनुसार, मौजूदा 2015-16 सीजन की शुरुआत से 20 अप्रैल 2016 तक चीनी मिलों ने 2.460 करोड़ टन चीनी का उत्पादन किया जो कि 2014-15 की तुलना में 11 फीसदी की गिरावट दिखाता है। मौजूदा विपणन वर्ष के पहले सात महीने में महाराष्ट्र में चीनी उत्पादन 19 फीसदी घटकर 83.7 लाख टन रहा। यह राज्य सूखे जैसी स्थिति से दो चार है।
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