नई दिल्ली। देश से चीनी के निर्यात में इस वर्ष बढ़त देखने को मिल रही है। आज आए आंकड़ों के मुताबिक मौजूदा शुगर वर्ष के 11 महीनों यानि अक्टूबर 2020 से 31 अगस्त 2021 के बीच देश से 66.70 लाख टन चीनी का निर्यात हो चुका है। ये पिछले साल की इसी अवधि के मुकाबले 11 लाख टन ज्यादा रहा है। अक्टूबर 2019 से अगस्त 2020 के बीच देश से 55.78 लाख टन चीनी का निर्यात हुआ था।
मौजूदा शुगर सीजन में हुए एक्सपोर्ट में 2019-20 के लिये एमएईक्यू (Maximum Admissible Export Quantity) का 4.49 लाख टन भी शामिल है. जिसे 31 दिसंबर 2020 तक बढ़ा दिया गया था। इस आधार पर 2020-21 शुगर सीजन के एमएईक्यू के अंतर्गत जनवरी से अगस्त 2021 के बीच 62.21 लाख टन चीनी का एक्सपोर्ट किया गया। वही कुछ हिस्सा ओपन जनरल लाइसेंस के तहत एक्सपोर्ट किया गया। इसके साथ ही 6 सितंबर 2021 तक 2.29 लाख टन चीनी बंदरगाहों पर थी, जिसे या तो जहाजों पर लादा जा चुका था या फिर वो बंदरगाहों के गोदामों पर जहाजों के इंतजार में रखी थी। फिलहाल शुगर सीजन को खत्म होने में करीब 20 दिन बाकी हैं, ऐसे में अनुमान लगाया जा रहा है कि मौजूदा शुगर सीजन में कुल एक्सपोर्ट 70 लाख टन को पार कर जायेगा।
कुल अनुमानित निर्यात में से एक्सपोर्ट के लिये मिलों द्वारा भेजी गई चीनी में 34.28 लाख टन रॉ शुगर, 25.66 लाख टन व्हाइट शुगर और 1.88 लाख टन रिफाइन शुगर है। इसके साथ ही मिल बंदरगाहों पर स्थित रिफायनरी में 7.17 लाख टन रॉ शुगर को रिफाइन करने और आगे एक्सपोर्ट करने के लिये भी भेज चुकी है। भारत से चीनी का निर्यात इंडोनेशिया, अफगानिस्तान, श्री लंका, सोमालिया, यूएई, चीन, सउदी अरब, सूडान आदि देशों को किया जाता है। भारत से निर्यात होने वाली चीनी मे सबसे ज्यादा 29 प्रतिशत की हिस्सेदारी इंडोनेशिया की है। फिलहाल विदेशी बाजारों में चीनी के दाम 4 साल के ऊपरी स्तरों पर हैं। ब्राजील में चीनी उत्पादन घटने और अगले सीजन में भी ब्राजील से उत्पादन पर असर पड़ने की आशंका से कीमतों में बढ़त दर्ज हुई है। अनुमान है कि पहली अक्टूबर 2021 से शुरू होने वाले शुगर सीजन में दुनिया भार का चीनी उत्पादन 40 से 50 लाख टन कम रह सकता है।